नई दिल्ली: अगर आप ऑनलाइन बिज़नेस में हैं और अपने प्रोडक्ट को ऑनलाइन बेचते हैं तो यह खबर आपके लिए है. असल में ऑनलाइन व्यापार करने वालों को निशाना बनाने वाले कुछ ठग सक्रिय हैं, जो खुद को आर्मी से बताते हुए प्रोडक्ट खरीदने के लिए संपर्क करते हैं और फिर पेमेंट के लिए एक यूपीआई लिंक सेंड करते हैं. व्यापारी यह सोच कर उस लिंक पर क्लिक करता है कि उसे सामान की कीमत मिलेगी, लेकिन बजाए उसके खाते में पैसा आने के उसका एकाउंट पूरी तरह से खाली हो जाता है. दिल्ली पुलिस ने इस तरह की ठगी करने वाले दो शातिर जालसाजों को गिरफ्तार किया है. दोनों अलवर, राजस्थान के रहने वाले हैं, इनका गांव मेवात क्षेत्र में आता है. इनके पास से 4 मोबाइल फोन और 4 सिम कार्ड बरामद किए गए हैं.


क्या है मामला
शाहदरा जिले के एडिशनल डीसीपी संजय कुमार सैन ने बताया कि विवेक सुराना ने 6 सितम्बर को शिकायत दी कि उनकी पत्नी ऑनलाइन लेडीज सूट बेचती हैं. पत्नी के फोन पर एक कॉल आया. कॉलर ने खुद को आर्मी पर्सन बताया और सूट खरीदने की इच्छा जताई. जब पेमेंट की बात आई तो उसने कहा कि वह सिर्फ यूपीआई से पेमेंट करता है, क्योंकि वह आर्मी में है. उसने एक लिंक महिला का फोन पर भेजा. जैसे ही महिला ने उस लिंक पर क्लिक करके प्रोसेस शुरू किया तो महिला के बैंक एकाउंट से 2 लाख 45 हजार 990 रुपये की रकम निकल गयी. पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच जिला साइबर सेल को सौंप दी.


जांच में क्या पाया
पुलिस ने जांच में पाया कि फर्जी नाम पते पर बैंक एकाउंट खोले गए, जो कर्नाटक और यूपी के पते पर थे. जिसके बाद रकम अलवर में स्थित 2 अलग अलग बैंकों की शाखाओं में ट्रांसफर की गई. जिसके बाद पुलिस टीम अलवर गयी और फिर ग्राउंड लेवल पर जांच की. जिसके बाद पुलिस ने अरविंद सिंह और असमु खान को गिरफ्तार कर लिया. दोनों करीरिया गांव के रहने वाले हैं. पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. इनके अन्य साथियों की भी तलाश की जा रही है. ये लोग फर्जी बैंक एकाउंट खुलवाने के लिए लोगों का इस्तेमाल भी करते थे, जिसके बदले में उन्हें कुछ रकम भी दिया करते थे.


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