DU Shatabdi Samaroh: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह के समापन सत्र को संबोधित कर रहे हैं. पीएम मोदी ने इस दौरान कहा, जब मुझे निमंत्रण मिला था तो मैने तय कर लिया था की मुझे आना ही है. मुझे खुशी है की मुझे इस माहौल में आने का मौका मिला है, आज मैं मेट्रो से युवा दोस्तों के साथ बातचीत करते हुए आया हूं. 


प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली विश्वविद्यालय के 100 साल पूरे होने पर कहा, कोई भी देश हो उसकी यूनिवर्सिटीज, शिक्षण संस्थान, उसकी उपलब्धि के सच्चे प्रतीक हैं. दिल्ली यूनिवर्सिटी सिर्फ एक यूनिवर्सिटी नहीं बल्कि एक मूमेंट है. इस यूनिवर्सिटी ने हर मूमेंट को जिया है, इस यूनिवर्सिटी ने हर मूमेंट में जान भर दी है. 


2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य
पीएम मोदी ने समारोह में मौजूद शिक्षकों को संबोधित करते हुए उन्होंने 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को दोहराया. पीएम मोदी ने कहा, बीते दिनों जब मैं अमेरिका के दौरे पर गया था तो उस दौरान मुझे यह एहसास हुआ कि दुनिया में हमारे देश का सम्मान तेजी से बढ़ा है. आज भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थब्यवस्था है. देश के जेंडर अनुपात में सुधार हुआ है और भारत की ड्रोन नीति में भी बहुत बडा बदलाव किया गया है.


पिछली शताब्दी के तीसरे दशक ने स्वतंत्रता संग्राम को नई गति दी थी, अब इस शताब्दी का ये तीसरा दशक भारत की विकास यात्रा को नई रफ़्तार देगा. आज देशभर में बड़ी संख्या में यूनिवर्सिटी, कॉलेज बनाए जा रहे हैं. हमारे शिक्षण संस्थान दुनिया में एक अलग पहचान बना रहे हैं. एक समय था जब छात्र किसी संस्थान में दाखिला लेने से पहले सिर्फ प्लेसमेंट को ही प्राथमिकता देते थे. लेकिन आज, युवा जिंदगी को इसमें बांधना नहीं चाहता, वो कुछ नया करना चाहता है. अपनी लकीर खुद खींचना चाहता है.


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