नई दिल्ली: कोरोना के खिलाफ वैक्सीन को सुरक्षा कवच माना गया है. दिल्ली सरकार वैक्सीनेशन को युद्ध स्तर पर कराने की मांग करती रही है. हालांकि वैक्सीन पर जमकर राजनीति भी हो रही है. हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा हेल्थकेयर वर्कर्स के राष्ट्रीय औसत से कम वैक्सीनेशन को लेकर दिल्ली सरकार को चिठ्ठी भी लिखी गई थी. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी वैक्सीनेशन बढ़ाने की मांग करते हुए कहा है कि अगर हमें समुचित संख्या में वैक्सीन की डोज़ उपलब्ध करा दी जाए, उम्र की सीमा हटा दी जाये और वैक्सीनेशन सेंटर्स के नियम में बड़े स्तर पर वैक्सीनेशन सेंटर्स खोलने की इजाज़त दे दी जाए तो हम 2-3 महीने के अंदर पूरी दिल्ली को वैक्सीनेट कर सकते हैं. केजरीवाल ने कहा है कि वैक्सीनेशन अगर पूरी तरह से हो जाएगा तो कोरोना की जो गंभीरता है वो खत्म हो जाएगी.


दिल्ली सरकार से जुटाए गए आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में कोविड वैक्सीनेशन से जुड़े आंकड़े इस प्रकार हैं-


टीका लगवाने वाले लोगों का आंकड़ा-



आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में 8 अप्रैल दोपहर 12 बजे तक कुल 17,97,506 लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया है. जिसमें-
हेल्थकेयर वर्कर्स- 2,12,289
फ्रंटलाइन वर्कर्स- 2,72,771
45 साल से अधिक आयु वाले लोग- 9,95,297
टीके की दूसरी डोज़ लगवाने वाले लोग- 3,17,149 लोग



राष्ट्रीय औसत की तुलना में दिल्ली का वैक्सीनेशन कवरेज-


दिल्ली में हेल्थकेयर वर्कर्स का वैक्सीनेशन कवरेज- 71.95%
हेल्थकेयर वर्कर्स के वैक्सीनेशन कवरेज का राष्ट्रीय औसत- 85.87%


दिल्ली में फ्रंटलाइन वर्कर्स का वैक्सीनेशन कवरेज- 73.34%
फ्रंटलाइन वर्कर्स के वैक्सीनेशन कवरेज का राष्ट्रीय औसत- 71.23%


दिल्ली में 45 साल से अधिक आयु वालों का वैक्सीनेशन कवरेज- 20.61%
45 साल से अधिक आयु वालों के वैक्सीनेशन कवरेज का राष्ट्रीय औसत- 18.13%



दिल्ली में वैक्सीनेशन फैसिलिटी और क्षमता-


जुटाए गए आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में रोज़ाना वैक्सीनेशन की कुल क्षमता 1 लाख 5 हज़ार डोज़ की है और 1 महीने में वैक्सीनेशन करने की कुल क्षमता 28 लाख डोज़ है. साथ ही, 30 अप्रैल तक दिल्ली में वैक्सीनेशन के लिये 20 लाख ऑनलाइन स्लॉट्स उपलब्ध हैं.


आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में कुल 600 हेल्थ फैसिलिटी में 791 कोविड वैक्सीनेशन सेंटर चलाये जा रहे हैं, जिनमें कोरोना के टीकाकरण का काम किया जा रहा है. जिन 600 हेल्थ फैसिलिटी में वैक्सीनेशन का काम चल रहा है उनमें 59 सरकारी अस्पताल, 183 प्राइवेट अस्पताल और 358 डिस्पेंसरी और अन्य साइट शामिल हैं. अस्पतालों में चल रही वैक्सीनेशन साइट्स पर 7 दिन और डिस्पेंसरी में 5 दिन टीकाकरण किया जा रहा है.



दिल्ली में वैक्सीन का स्टॉक-


आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली सरकार को भारत सरकार द्वारा वैक्सीनेशन की शुरुआत से 8 अप्रैल 2021 तक मिले वैक्सीन को डोज़ की संख्या-
कोविशील्ड के डोज़- 19,58,690
को-वैक्सीन के डोज़- 8,16,800
कुल डोज़- 27,75,490


8 अप्रैल तक कुल 21,30,700 वैक्सीन के डोज़ का इस्तेमाल हुआ है. इनमें से कोवीशील्ड के 16,09,770 डोज़ और को-वैक्सीन के 5,20,930 डोज़ इस्तेमाल किए गए हैं.


दिल्ली में 8 अप्रैल तक वैक्सीन के 6,44,790 डोज़ स्टॉक में थे. इनमें से कोवीशील्ड का 3,48,920 डोज़ का स्टॉक और को-वैक्सीन का 2,95,870 डोज़ का स्टॉक था.


साथ ही दिल्ली सरकार ने भारत सरकार के सामने 15 लाख वैक्सीन के डोज़ की डिमांड रखी थी. इनमें कोविशील्ड वैक्सीन के 10,00,000 डोज़ और को-वैक्सीन के 5,00,000 डोज़ शामिल हैं.



राष्ट्रीय औसत के मुकाबले दिल्ली में कितना हुआ वैक्सीन का वेस्टेज-


दरअसल केंद्र सरकार टूट-फूट और वेस्टेज को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकारों को वैक्सीन की 10% डोज़ अतिरिक्त देती है. आंकड़ों के मुताबिक-


दिल्ली में 2 अप्रैल तक कोवीशील्ड का औसत वेस्टेज- 2.5% था जबकि कोवीशील्ड वेस्टेज का राष्ट्रीय औसत- 3.5% था.


वहीं, दिल्ली में 2 अप्रैल तक को-वैक्सीन का औसत वेस्टेज 7.3% था, जबकि को-वैक्सीन वेस्टेज का राष्ट्रीय औसत 8.1% था.