नई दिल्ली: दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में 32 मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के बाद उनके परिवार वालों को सौंपा गया. बीते 5 दिन उन परिवारों पर सबसे ज्यादा भारी पड़े जिन्होंने दिल्ली में हुए दंगों में अपनों को खो दिया. इस हिंसा के मामले में 167 एफआईआर दर्ज की गईं हैं. मृतकों के परिवारों की मांग है कि अपराधियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए.
जीटीबी अस्पताल में कुल 38 मौतें हुई. इनमें से इलाज के दौरान 10 लोगों की मौत हुई. वहीं 32 मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया गया है. इसके अलावा अभी भी 6 परिवारों का इंतजार खत्म नहीं हुआ है. इनमें से एक प्रेम सिंह का परिवार है. प्रेम सिंह की मौत दिल्ली हिंसा में हुई. वह रिक्शा चालकर अपने परिवार को पालते थे. उनके परिवार में पत्नी, तीन छोटी-छोटी बेटियां और बूढ़ी मां हैं. परिवार के सदस्यों का कहना है कि उनको अभी तक प्रेम सिंह का शव नहीं दिया गया है. हालांकि अस्पताल प्रशासन ने परिवार को आश्वासन दिया है कि उनको शव कल तक मिल जाएगा.
दिल्ली हिंसा में 200 से भी ज्यादा लोग घायल हुए हैं. जीटीबी अस्पताल प्रशासन का कहना है कि 41 लोग हिंसा के चलते अस्पताल में घायल अवस्था में भर्ती हैं. इसके अलावा शनिवार को भी कुछ लोग घायल अवस्था में अस्पताल पहुंचे. जिन्हे इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई. इसके अलावा आईसीयू में भर्ती एक मरीज की हालत अब बेहतर है.
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