नई दिल्ली: दिल्ली पिछले दिनों भीषण हिंसा की चपेट में रहा. इस हिंसा में कम से कम 47 लोगों की मौत हो गई और 200 से अधिक जख्मी हो गए. दिल्ली पुलिस ने बुधवार को कहा कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के सिलसिले में अब तक 531 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें 47 मामले शस्त्र अधिनियम के हैं. जबकि गिरफ्तार होने वाले और हिरासत में लिए गए लोगों की संख्या 1647 पहुंच गई है.


उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में 24-25 फरवरी को भड़की हिंसा में दिल्ली पुलिस अपराध शाखा ताबड़तोड़ गिरफ्तारियां करने में जुटी है. बुधवार तक 1647 लोग गिरफ्तार और हिरासत में ले लिए गए, मगर मोस्ट वांटेड ताहिर हुसैन का दिल्ली पुलिस कोई सुराग नहीं लगा सकी है.


 दिल्ली पुलिस ने दी नुकसान की जानकारी


उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में संपत्ति को हुए नुकसान के बारे में दिल्ली पुलिस ने जानकारी दी है. इनमें उन प्रॉपर्टी को शामिल किया गया है जिन्हें या तो जलाया गया या तोड़फोड़ की गई. दिल्ली पुलिस के मुताबिक हिंसा के दौरान 55 मकानों को नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा 137 दुकाने हिंसा की चपेट में आ गईं. हिंसा के दौरान धार्मिक स्थलों को भी निशाना बनाया गया. इसमें 10 मंदिरों और 11 मस्जिदों को नुकसान पहुंचा है. पुलिस के मुताबिक 600 से 700 गाड़ियों को हिंसा के दौरान निशाना बनाया गया.


हिंसा में मरने वालों की संख्या 47 हुई


24 फरवरी से 26 फरवरी के बीच हुई उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में 47 लोगों की मृत्यु हो चुकी है. वहीं, 250 से अधिक लोग इस हिंसा में घायल हुए हैं.दिल्ली हिंसा के दौरान मरने वालों की संख्या 47 हो गई. सबसे ज्यादा मौत गुरू तेग बहादुर (जीटीबी) हॉस्पिटल में हुई है. जीडीबी हॉस्पिटल में 38 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा लोक नायक अस्पताल में तीन, जग प्रवेश चंद्र अस्पताल में एक और राम मनोहर लोहिया अस्पताल में पांच लोगों की मौत हो चुकी है.


प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती 


हिंसा के बाद अब मौजपुर, बाबरपुर, जाफराबाद, कबीर नगर, करावल नगर, चांद बाग, बृजपुरी, यमुना विहार, गोकुल पुरी, भजनपुरा, सीलमपुर और मुस्तफाबाद समेत उत्तर पूर्वी दिल्ली के सभी हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है. साथ ही पुलिस हिंसा फैलाने के आरोपियों और अब हिंसा को लेकर किसी भी प्रकार की अफवाह फैलाने वालों को गिरफ्तार कर रही है.



राहुल गांधी ने कहा- नफरत की राजनीति से होता है 'भारत माता' का नुकसान


कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार शाम उत्तर पूर्वी दिल्ली के दंगा प्रभावित इलाके ब्रिजपुरी का दौरा किया जहां उन्होंने दंगे में क्षतिग्रस्त एक स्कूल और एक मस्जिद का मुआयना किया. राहुल गांधी ने कहा कि हिंसा और नफरत तरक्की के दुश्मन हैं. ऐसी राजनीति से भारत माता का नुकसान होता है.


दंगो से देश की धूमिल होती प्रतिष्ठा को लेकर चिंता जाहिर करते हुए राहुल ने कहा, "जब हिंदुस्तान की राजधानी में हिंसा होती है तो देश की प्रतिष्ठा को चोट पहुंचती है. देश की जो ताकत थी भाईचारा, एकता, प्यार उसको यहां जलाया गया है नष्ट किया गया है."


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