अंकित शर्मा के हत्यारे हसीन का कबूलनामा, 4 साल के बच्चे की हत्या की अफवाह सुन चढ़ गया था जुनून
हसीन के पुलिस के सामने दिए कबूलनामे के मुताबिक वो और उसके साथी अंकित को ताहिर के घर की ओर खींच ले गए. फिर चाकू और लाठी डंडों से पीट पीट कर मार डाला.इसके बाद दो दिनों तक मुस्तफाबाद में ही छुपा रहा. टीवी पर खबर देख कर पता चला कि जिसकी हत्या की वह आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा था.
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नई दिल्ली: आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या के आरोप में गिरफ्तार हुए हसीन उर्फ सलमान ने दिल्ली पुलिस के सामने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. हसीन उर्फ सलमान का कबूलनामा एबीपी न्यूज़ के पास है. हम आपको उसी कबूलनामें में हसीन द्वारा जिक्र किए गए घटनाक्रम के बारे में विस्तार से बता रहे हैं.
4 साल के बच्चे की गोली मारने की अफवाह सुनकर गुस्से में पागल हो गया था हसीन
दिल्ली पुलिस के सामने दिए गए कबूलनामें में हसीन ने खुलासा किया है कि 25 फरवरी को वह मुस्तफाबाद में ही रुका हुआ था. उसने पब्लिक में सुना की वहां पर 4 साल के एक बच्चे की गोली मारकर हत्या कर दी गई है, जो दूसरे समुदाय के लोगों ने की है. यह सुनकर वह गुस्से से आग बबूला हो गया. इसके बाद वह चांद बाग से एक हलवाई की दुकान से सब्जी काटने वाली छुरी उठाकर ले आया और पैदल ही ताहिर हुसैन के घर के पास जा पहुंचा. उस समय सड़क पर काफी लोग इकट्ठा हो रहे थे और पत्थरबाजी कर रहे थे. दुकानों में आग लगा रहे थे. उस समय शाम लगभग 5 बज रहे होंगे. उसने बताया कि उसी समय 24 - 25 साल की उम्र का एक युवक हमारे ग्रुप के हाथ लग गया.
खींच कर ले गए थे ताहिर हुसैन के घर के पास
हसीन ने अपने बयान में खुलासा किया है कि मैं अपने साथी समीर और ग्रुप के अन्य लड़कों के साथ मिलकर उस युवक को ताहिर हुसैन के घर के पास खींच कर ले आया.
अंकित के सारे कपड़े फाड़े गए फिर चाकू और डंडों से मार डाला
हसीन आगे कहता है कि मैंने अपने साथी समीर और कुछ लोगों के साथ मिलकर उसके (अंकित) सारे कपड़े फाड़ दिए और सभी उसको डंडे और चाकू से मारने लगे. मैंने अपनी पैंट की जेब से छुरी निकाली और उस लड़के के पेट में चाकू से काफी जोर से एक वार किया. फिर उसकी दाहिनी जांघ पर छुरी से दो वार किये. चाकू और डंडे लगने से लड़का जमीन पर गिर गया. मेरे साथी समीर ने इस लड़के को डंडे से मारा. इसके बाद मैंने और मेरे साथी समीर और हमारे ग्रुप में शामिल लड़कों (जिनका मैं नाम नहीं जानता), ने उस लड़के को चाकू छुरी और डंडों से मारा और उसकी जान ले ली.
अंकित के शव को खींच कर ले गए
हसीन अपने बयान में कहता है कि हम उसकी बॉडी को खींच कर ले गए. फिर उसकी बॉडी को चांद बाग के पास ही नाले में फेंक दिया. मैंने जिस छुरी से उस लड़के को मारा था, उसे चांदबाग नाले के पास कूड़ेदान में फेंक दिया.
पुलिस के डर से 2 दिनों तक मुस्तफाबाद में ही छुपा रहा था हसीन
हसीन ने अपने बयान में कहा है कि अंकित शर्मा को मारने के बाद वह अपने दोस्त समीर के साथ पुलिस के पकड़े जाने के डर से शाम लगभग 7 बजे वहां से चला गया. वह मुस्तफाबाद में ही अपने एक परिचित के घर पहुंचा. फिर वहां पर उन लोगों के साथ मैंने और समीर ने खाना खाया. हम दोनों पुलिस के डर से 2 दिनों तक वहीं छुपे रहे. मैं और मेरा साथी समीर 26 फरवरी को भजनपुरा से बस पकड़कर सुंदर नगरी घर आ गए. फिर 26 तारीख को मैंने जब टीवी पर खबर देखी तो पता चला कि मैंने और मेरे साथी समीर ने जिस लड़के को मारा था उसका नाम अंकित शर्मा है. पुलिस ने उसकी बॉडी को नाले से निकाल लिया है.
मूलरूप से अलीगढ़ का रहने वाला है हसीन
हसीन ने पुलिस के सामने बताया है कि वह मूल रूप से अलीगढ़ का रहने वाला है. सातवीं कक्षा तक पढ़ा हुआ है. 2013 में वह दिल्ली आ गया था और यहां सुंदर नगरी में ठेले पर प्याज बेचने का काम कर रहा था. इसके अलावा वह सुंदर नगरी में ही एक मस्जिद में मदरसा में पढ़ाई करने के लिए भी जाता है. साल 2019 में वह अपने दूसरे साथियों के साथ जमात में कोल्हापुर, मुंबई गया था. जहां से जुलाई 2019 में वापस लौटा था. 22 फरवरी को वह अपने साथी समीर के साथ कसाब पुरा, ईदगाह सदर बाजार इलाके में आयोजित मुस्लिम इज्तिमा में शामिल होने के लिए गया था. जहां से 24 फरवरी की दोपहर 12 बजे वह सुंदर नगरी के लिए लौटा.
हसीन और समीर ईदगाह से मोरी गेट तक पैदल आए. फिर वहां से एक ऑटो रिक्शा किराए पर लिया. दोपहर लगभग 2 बजे दोनों भजनपुरा पहुंचे. जहां दोनों ने देखा की दरगाह के पास झगड़ा हो रहा है. दोनों ऑटो से उतर गए और उसी दंगे में शामिल हो गए. हसीन का कहना है कि वह और समीर भी पथराव और तोड़फोड़ करने लगे. उसके बाद हसीन समीर के साथ उसके भाई के घर पहुंच गया, जो मुस्तफाबाद में कब्रिस्तान के नजदीक रहता है. रात को वहीं रुके. अगले दिन यानी 25 फरवरी को पब्लिक से सुना कि 4 साल के एक बच्चे को गोली मार दी गई है, यह सुनने के बाद हसीन को गुस्सा आ गया.
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