दिल्ली हिंसा मामला: दिल्ली पुलिस ने जेल में बंद सफूरा जरगर की जमानत का विरोध किया है. उसने अपनी स्टेट्स रिपोर्ट में उसे राष्ट्रीय सुरक्षा को संकट में डालने वाली और उथल मचा देने वाली बताया है. सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट में सफूरा जरगर की जमानत याचिका पर सुनवाई हो रही थी.


सफूरा जरगर के खिलाफ स्टेट्स रिपोर्ट


दिल्ली पुलिस ने दिल्ली हाईकोर्ट को बताया कि छात्र कार्यकर्ता की वजह से राष्ट्रीय सुरक्षा खतरे में पड़ गई थी. दिल्ली पुलिस का ये बयान अदालत के उस आदेश के बाद आया है जिसमें उसने जमानत याचिका पर पुलिस से स्टेट्स रिपोर्ट मांगी थी. जामिया मिल्लिया इस्लामिया की छात्रा सफूरा जरगर ने अदालत में कोर्ट से जमानत की गुहार लगाई थी. दिल्ली पुलिस ने जमानत की सुनवाई के दौरान अदालत को बताया कि जरगर उस बड़े साजिश का हिस्सा थीं, जो न केवल अव्यवस्था का कारण बना बल्कि लोगों की मौत और नुकसान का भी कारण रहा.


आज भी जमानत याचिका पर हो सकती है सुनवाई


दिल्ली पुलिस ने कहा कि आरोपी के खिलाफ मामला उसके रिकॉर्डेड बयान से लगाया जा सकता है. जिसमें उसका स्वंय का कबूलनामा भी शामिल है. इसके अलावा सुरक्षा एजेंसियों की तरफ से इकट्ठा किए गए पर्याप्त सुबूत भी आरोपी के बारे में दिल्ली पुलिस के दावे की पुष्टि करते हैं. जामिया में एमफिल की छात्रा सफूरा जरगर को 10 अप्रैल को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उसके खिलाफ उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा को भड़काने के आरोप थे. पुलिस ने गैर कानूनी गतिविधियां निरोधक अधिनियम के तहत उसे जेल में बंद कर किया है. निचली अदालत से जमानत अर्जी खारिज हो जाने के बाद सफूरा ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. मामले में एक बार फिर आज अदालत में सुनवाई होने की उम्मीद है. गौरतलब है कि गर्भवती सफूरा जरगर की रिहाई के लिए राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं की तरफ से मांग की जा चुकी है.


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