नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी के उत्तर पूर्वी दिल्ली में पिछले तीन दिनों से हिंसा हो रही है. कहीं स्थिति काबू में है तो कहीं अनियंत्रित. आज भी भजनपुरा, करावल नगर, गोकुलपुरी, मौजपुर समेत कई इलाकों में पत्थरबाजी हुई. कल से लेकर आजतक कम से कम 10 लोगों की मौत हो चुकी है. 56 पुलिसकर्मी समेत करीब 190 लोग जख्मी हैं. मौजपुर, जाफराबाद, चांदबाग, करावल नगर में कर्फ्यू लगा दिया गया है.
दिल्ली की चिंताजनक स्थिति के बीच आज गृहमंत्री अमित शाह ने बैठक बुलाई. इस बैठक में आला अधिकारियों के अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी और दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा भी मौजूद रहे.
अमित शाह ने क्या कहा?
उच्चस्तरीय बैठक के बाद गृह मंत्रालय ने ट्वीट कर प्रेस विज्ञप्ति जारी की. इसके मुताबिक अमित शाह ने कहा कि सभी राजनीतिक पार्टियां दलगत राजनीति से ऊपर उठें और जनता के बीच भय और अफवाहों के माहौल को दूर करें.
गृह मंत्री ने कहा, ''इस स्थिति से दलगत राजनीति से ऊपर उठकर ही निपटा जा सकता है. ज़मीन पर पुलिस की कमी को गलत बताते हुए उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस ने पेशेवर मूल्यांकन के आधार पर पर्याप्त दल और बल प्रभावित इलाकों में तैनात किए हैं एवं अधिकतम संयम बरतते हुए स्थिति पर नियंत्रण प्राप्त किया है. भविष्य में आवश्यकता अनुसार केंद्र सरकार द्वारा अतिरिक्त पुलिस बल दिए जा सकते हैं.''
उन्होंने यह भी कहा, ''दिल्ली की उत्तर प्रदेश और हरियाणा सीमाओं पर विशेष निगरानी बरती जा रही है और दिल्ली पुलिस सतर्क है कि कोई भी असामाजिक तत्व दिल्ली में प्रवेश ना पा सके'' उच्चतम न्यायालय में लंबित नागरिकता कानून के मुद्दे पर सुनवाई के मद्देनज़र गृह मंत्री ने सभी पार्टियों से अपील की कि उच्चतम न्यायालय में इस मामले की सुनवाई को ध्यान में रखते हुए भड़काऊ वक्तव्य देने से बचें.
गृह मंत्री ने सभी पार्टियों से अपील की कि अपने सांसद, विधायक, काउंसलर और पार्टी कैडरों को जनता के बीच भेजें और प्रभावित इलाकों में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर आम जनता के बीच भय और अफवाहों के माहौल को दूर करें. शाह ने दिल्ली पुलिस आयुक्त को निर्देश दिए कि स्थानीय शांति समितियों के साथ मिलकर जनता से एक संवाद प्रक्रिया शुरू करें और उन में विश्वास का माहौल कायम करें.
पुलिस हेड कांस्टेबल रतनलाल की मृत्यु पर शोक जताते हुए अमित शाह ने कहा कि दिल्ली पुलिस एक पेशेवर पुलिस बल है और समाज में सुरक्षा और शांति का माहौल बनाये रखने में सदैव ततपर है. उन्होंने अपील की कि पुलिस का मनोबल बनाए रखने के लिए यह ज़रूरी है कि ऐसी स्थिति में पुलिस का सहयोग करें और हिंसा की कोई भी घटना होने से रोके.