नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली की हिंसा के पीछे कौन है, इसकी जांच शुरू हो गई है. दिल्ली के साइबर सेल ने इस मामले में अब तक 1 दर्जन से ज्यादा FIR दर्ज कर ली है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक इन FIR में कई लोगों के नाम हैं और इसकी जांच की आंच कई संवेदनशील नामों तक पहुंच सकती है. दिल्ली पुलिस के साइबर सेल इस बाबत अब तक 1 दर्जन से ज्यादा एफ आई आर दर्ज की है.


पुलिस सूत्रों के मुताबिक इन एफआईआर में कई लोगों के नाम हैं. इनमें से कुछ एफआईआर की जांच की आंच संवेदनशील नामों तक पहुंच सकती है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक इनमें से कई एफआईआर को सील बंद रखा गया है जिससे उनकी गोपनीयता भंग ना हो. यह एफआईआर उत्तर पूर्वी जिले में अब तक हुई 123 एफआईआर से अलग है.


630 लोगों को पकड़े गए


दिल्ली में फैली हिंसा के बाद अब हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं. लोग अपनी-अपनी जरूरतों के हिसाब से बाहर निकल रहे हैं. दंगा प्रभावित इलाकों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं. कई इलाकों में धारा 144 में ढील दी गई है.


दिल्ली पुलिस के मुताबिक 630 लोगों को पकड़ा (गिरफ्तार या हिरासत) गया है. पुलिस के मुताबिक यह आंकड़ा और भी बढ़ेगा. नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में स्थिति सामान्य है. जांच का काम शुरू हो चुका है.


मौत का आंकड़ा 40 के पार


दिल्ली पुलिस के पीआरओ एमएम रंधावा ने बताया कि फॉरेसिंक टीम ने क्राइम सीन का दौरा किया. इसके साथ ही सोशल मीडिया की भी मॉनिटरिंग हो रही है. स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम सबूत इकट्ठे कर रही है.


हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 42 हो गई है. हिंसा में 250 से अधिक लोग घायल हुए हैं. दिल्ली हिंसा में मुख्य रूप से जो क्षेत्र प्रभावित हुए हैं, उनमें जाफराबाद, मौजपुर, चांदबाग, खजूरी खास और भजनपुरा शामिल हैं.


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