नई दिल्लीः दिल्ली हिंसा मामले पर विपक्ष ने सरकार के ऊपर हमलावर रुख अख्तियार किया हुआ है. बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले ही दिन तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के जरिये केंद्रीय गृह मंत्रालय के ऊपर हमला करते हुए कहा कि हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस नाकाम रही क्योंकि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अनुमति ही नहीं दी इसी वजह से दिल्ली हिंसा की आग में जलती रही.


कांग्रेसी सांसदों ने मांगा अमित शाह का इस्तीफा


संसद भवन परिसर में राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेसी सांसदों ने प्रदर्शन किया. राहुल गांधी समेत कांग्रेसी सांसदों ने दिल्ली में हुई हिंसा का जिम्मेदार सीधे तौर पर केंद्रीय गृह मंत्रालय को बताया. कांग्रेसी सांसदों ने हमला करते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस केंद्रीय गृह मंत्रालय के अंतर्गत आती है और केंद्रीय गृह मंत्रालय अमित शाह के अंतर्गत आता है. इसी आधार पर कांग्रेसी सांसदों ने अमित शाह से इस्तीफे की मांग की है.


आप नेताओं ने की भड़काऊ बयान देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग


इसके साथ ही आम आदमी पार्टी के सांसदों ने भी संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया. आम आदमी पार्टी ने बीजेपी नेताओं के भड़काऊ बयान का जिक्र करते हुए कहा कि नेताओं के भड़काऊ बयानों की वजह से ही दिल्ली में हिंसा भड़की. आप नेताओं का कहना था कि जिन भी नेताओं ने भड़काऊ भाषण दिए हैं उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए.


तृणमूल सांसदों ने बांधी आंख पर काली पट्टी


कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के साथ ही तृणमूल कांग्रेस ने भी संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया. इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने अपनी आंख पर काली पट्टी बांध कर और मुंह पर उंगली रख कर प्रदर्शन किया. तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने इस विरोध प्रदर्शन के जरिए ये दिखाने की कोशिश की कि दिल्ली हिंसा के दौरान केंद्र सरकार जिसके अंतर्गत दिल्ली पुलिस आती है वह अपनी आंखें बंद किए रही. इसके साथ ही भड़काऊ भाषण देने वालों के खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोला जिसकी वजह से ऐसे हालात बने.


दिल्ली हिंसा पर हो रही जमकर राजनीति


दिल्ली हिंसा मामले पर सड़क से लेकर संसद तक जमकर राजनीति हो रही है. ऐसा तब हो रहा है जब राजनैतिक दल इस मामले पर राजनीति ना करने की बात करते रहे हैं. इस सबके बीच दिल्ली हिंसा में अब तक 46 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि सैकड़ों लोग घायल हुए हैं.


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