दिल्ली: अफवाहों से फिर तनावपूर्ण हुआ माहौल, पुलिस ने दिखाई तत्परता, दो लोग गिरफ्तार
कल शाम दिल्ली के कोने कोने से अफवाहा आने लगती है कि फला जगह दंगा हो गया है. तनावपूर्ण माहौल होने के बाद पुलिस ने ट्विटर पर लोगों से अफवाहों से बचने और शांति बनाए रखने की अपील की.
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में हिंसा और दंगे के बाद अफवाहों का बाजार गर्म है. कल शाम कई इलाकों में अचानक हिंसा की अफवाह फैल गई. जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया. हालांकि दिल्ली पुलिस की तत्परता से समय रहते माहौल शांत हो गया. इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. अफवाह की शुरुआत दिल्ली के ख्याला इलाके से हुई थी. इसके बाद पुलिस ने ट्विटर पर लोगों से अफवाहों से बचने और शांति बनाए रखने की अपील की.
शाम में शुरू होता है अफवाहों का सिलसिला
रविवार शाम करीब 7:15 बजे के बीच में यह सिलसिला शुरू होता है और देखते ही देखते हैं दिल्ली के कोने कोने से अफवाहा आने लगती है कि फला जगह दंगा हो गया है. माहौल ऐसा बन गया कि हर कोई डरा सहमा सा अपने घर में या फिर मोहल्ले में एकत्र होकर खड़ा हो गया. सबकी निगाहें बस यही देख रही थी कि कहीं कोई हमला न कर दे. सबसे पहले पश्चिमी दिल्ली के ख्याला थाना इलाके में अफवाहा से शुरू होती है. बात फैलती है कि मस्जिद के पास कुछ लोगों ने हमला कर दिया है और दंगा फैल गया है. माहौल को शांत बनाए रखने के लिए ख्याला और रघुबीर नगर की मस्जिदों से भी शांति बनाए रखने की अपील की गई और लोगों को बताया कि महज अफवाह है इस पर ध्यान ना दें. दिल्ली पुलिस ने भी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की.
ऐसा देखने में आया है कि कुछ अराजक तत्व ऐसी अफवाहें फैला रहे हैं जिससे शांति व्यवस्था में बाधा आए। लोगों को आगाह किया जाता है कि ना तो इन अफवाहों को फैलाएं और ना इन पर भरोसा करें। पूरी दिल्ली में कानून व्यवस्था पूर्णतः नियंत्रण में है और स्थिति शांत है।
— Delhi Police (@DelhiPolice) March 1, 2020
आस-पास लगा होता है साप्ताहिक बाजार
करावल नगर और रघुवीर नगर के आसपास रविवार को साप्ताहिक बाजार लगता है. यही कारण है कि जैसे ही रविवार शाम को अफवाह फैलती है तो बाजारों में अफरा-तफरी मच जाती है. अधिकतर महिलाएं बाजार में होती हैं, जो खुद को बचाने के लिए इधर उधर भागती हैं. दुकानदार भी घबरा जाते हैं और अपनी दुकान को समेट कर भागने लगते हैं.
माहौल इतना डरावना बन चुका होता है कि हर कोई बेसुध होता है. इसके बाद यह अफवाह ख्याला थाने के ही रघुबीर नगर में फैलती है और वहां पर भी कुछ इसी तरीके का दृश्य देखने को मिलता है. लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल कर समूह बनाकर खड़े होते हैं. सभी कहीं न कहीं चिंतित भी होते हैं कि कहीं दंगाई उनके मोहल्ले में घुस न आए. इसके अलावा जितने भी धार्मिक स्थल होते हैं, सभी लोग वहां पर एकत्र हो जाते हैं कि कोई धार्मिक स्थल को नुकसान न पहुंचा दे. अभी अफवाहा का दौर ख्याला व रघुबीर नगर से शुरू होता है और देखते देखते तिलक नगर, राजौरी गार्डन, विष्णु गार्डन, मंगोलपुरी, द्वारका, नजफगढ़, नांगलोई, ओखला मदनपुर खादर आदि हिस्सों में फैल जाता है.
दिल्ली पुलिस ने दिखाई तत्परता
सबसे अच्छा काम दिल्ली पुलिस का रहा, जिसने बगैर कोई देरी करें तुरंत इलाके में जाकर इन अफवाहों पर विराम लगाने का काम किया. लोगों को यह विश्वास दिलाया कि यह महज एक अफवाह है. कहीं भी कोई हिंसा या दंगा नहीं हुआ है. सभी लोग अपने अपने घरों में जाएं सुरक्षित रहें. जहां पर दुकान या बाजार बंद हो गए थे, पुलिस ने वहां पर दुकान खुलवाई ताकि जनता के बीच यह संदेश दिया जा सके कि माहौल सामान्य है. कहीं कोई दंगा नहीं है. यही वजह रही कि जिस तेजी से यह अफवाह फैली थी, लगभग उतनी ही जल्दी इस पर विराम लग सका और दिल्ली में कोई भी अप्रिय घटना नहीं सुनने को मिली.
सट्टे पर रेड के बाद फैली अफवाह !
सूत्रों की माने तो इस अफवाह फैलाने के पीछे का कारण भी बताया जा रहा है. इलाके में ही पुलिस ने कुछ सटोरियों को पकड़ने के लिए रेड डाली थी. सटोरियों में से कुछ लोग भागते हुए शोर-शराबा कर रहे थे, जिससे कि लोगों के बीच अफरा-तफरी मच जाए क्योंकि साप्ताहिक बाजार लगा हुआ था. शायद वे अपनी मंशा में कामयाब रहे और उनके शोर-शराबे की वजह से पूरे बाजार में अफवाह फैल गई. लोग भी बच कर भागने लगे. हालांकि पुलिस आधिकारिक तौर पर इस बात से इंकार कर रही है कि सट्टे पर रेड नहीं की गई थी. कुछ लोग आपस में झगड़ रहे थे और एक दूसरे के पीछे भाग रहे थे जिसकी वजह से अफरा-तफरी का माहौल बन गया और अफवाह की वजह से आसपास के इलाकों में तनाव फैल गया.
पुलिस और नेताओं ने मीडिया के सहारे प्रसारित किया संदेश
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने भी यह संदेश मीडिया द्वारा प्रसारित करना शुरू कर दिया कि दिल्ली में कहीं पर भी कोई हिंसा नहीं हुई है. सभी लोग धैर्य बनाकर रखें. किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें. दिल्ली पुलिस के अलावा कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी अपनी जिम्मेदारी समझते हुए अपने-अपने इलाकों में जाकर यह संदेश दिया. जनता से अपील की कि सब शांति बनाए रखें. केवल अफवाह है. इस पर ध्यान न दें. यह केवल अफवाह है और कहीं पर भी कोई दंगा नहीं हुआ है. शायद यह भी एक वजह है कि लोग धैर्य और सब्र बनाकर चले और कहीं पर भी कोई अप्रिय घटना नहीं घटी.