नई दिल्ली: क्या अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की यात्रा के दौरान किसी मकसद से दिल्ली के कुछ इलाकों में हिंसा करवाई गई? क्या इसके पीछे कोई साजिश थी? यह सवाल इसलिए क्योंकि केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी के वरिष्ठ नेता रामविलास पासवान ने दिल्ली के दंगे को डॉनल्ड ट्रंप की यात्रा से जोड़ दिया है. पासवान ने इस दंगे की निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग की है. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप 24 फरवरी को भारत की यात्रा पर अहमदाबाद पहुंचे थे और उसी दिन उत्तर पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में दंगों की शुरुआत हुई थी


केंद्रीय मंत्री पासवान ने एक ट्वीट करके लिखा है, ''पिछले दिनों दिल्ली में हुई हिंसा की मैं निंदा करता हूं. यह हिंसा उस वक्त हुई जब विदेशी मेहमान देश में उपस्थित थे. इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और जो भी दोषी हों, उनके खिलाफ जात पात और मजहब से ऊपर उठकर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए."





वैसे रामविलास पासवान दिल्ली में हुई हिंसा को डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा से जोड़ने वाले पहले व्यक्ति नहीं हैं. बीजेपी पहले ही कह चुकी है की ट्रंप की यात्रा के दौरान देश को बदनाम करने के लिए ऐसी साजिश रची गई. रामविलास पासवान ने दिल्ली के हिंसा ग्रस्त इलाकों में जाकर सुरक्षा का जायजा लेने और स्थानीय लोगों से मिलने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की भी तारीफ की है. उन्होंने कहा कि डोभाल का खुद इन इलाकों में जाना बताता है कि केंद्र सरकार इस मामले में काफी गंभीर है.