नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा के बाद आज पहला शुक्रवार है. यानी आज जुमे की नमाज़ है. इसको देखते हुए प्रशासन अलर्ट पर है. हिंसा वाले इलाकों में भारी सुरक्षाबल तैनात है. हालांकि 26 फरवरी की शाम के बाद से अबतक हिंसा की कोई खबर नहीं आई है. लेकिन पिछले दिनों दिल्ली में जो कुछ भी हुआ उससे लोग अभी तक डरे हुए हैं. हिंसा में अबतक 38 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 215 लोग घायल हैं.

हिंसा प्रभावित इलाकों में भारी सुरक्षाबल तैनात

जुमे की नमाज़ को देखते हुए दिल्ली के हिंसा प्रभावित उत्तर पूर्व जिले के खजुरी खास और दयालपुर इलाकों में भारी सुरक्षाबल तैनात है. इलाके में शांति है. हालांकि बाजार अभी नहीं खुले हैं. दिल्ली पुलिस ने दगों की जांच अपराध शाखा को सौंप दी है और मामलों की जांच के लिए दो विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित की हैं.



अब तक 48 एफआईआर दर्ज

हिंसा को लेकर पुलिस ने अब तक 48 प्राथमिकी दर्ज की हैं. टीमों का नेतृत्व दो पुलिस उपायुक्त जॉय टिर्की और राजेश देव करेंगे. इन टीमों में सहायक पुलिस आयुक्त रैंक के चार अधिकारी भी होंगे और जांच की निगरानी अतिरिक्त पुलिस आयुक्त बीके सिंह करेंगे.

 सीबीएसई ने नार्थ ईस्ट दिल्ली में परीक्षाएं टाली

 वहीं, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने हिंसा प्रभावित नार्थ ईस्ट दिल्ली और ईस्ट दिल्ली के इलाकों में आज और कल यानि 29 फरवरी को होने वाली परीक्षाएं टाल दी हैं. सीएए को लेकर नार्थ ईस्ट दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा के चलते सीबीएसई ने इस सप्ताह तीसरी बार परीक्षा स्थगित करने की घोषणा की है.

सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि दिल्ली सरकार से मिले अनुरोध को देखते हुए और छात्रों, कर्मियों और अभिभावकों को असुविधा से बचाने के लिए उत्तर पूर्वी दिल्ली और अन्य प्रभावित इलाकों में 28 फरवरी और 29 फरवरी को होने वाली परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं. प्रभावित छात्रों के लिए परीक्षा की अगली तिथि जल्द अधिसूचित की जाएगी.

भड़काऊ भाषण को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई आज

दिल्ली हाई कोर्ट में आज भड़काऊ भाषण देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर दायर अलग-अलग याचिकाओं और अर्ज़ियों पर सुनवाई होनी है. इन याचिकाओं/अर्ज़ीयों में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा, असदुद्दीन ओवैसी, अकबरुद्दीन ओवैसी, वारिस पठान, मनीष सिसोदिया, अमानतुल्लाह खान और स्वरा भास्कर समेत अन्य लोगों के ऊपर भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगाया गया है.

याचिका में मांग की गई है कि इन सब लोगों के खिलाफ भी जांच के बाद मामला दर्ज होना चाहिए कल दिल्ली हाईकोर्ट ने इस याचिका को आज सुनवाई के लिए रखा था. इसके साथ ही हिंसा के दौरान मारे गए लोगों के शवों को संग्रह करने की मांग वाली याचिका पर भी आज सुनवाई हो सकती है.