मुंबईः दिल्ली हिंसा को लेकर शिवसेना ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है. सामना के जरिए सवाल उठाते हुए लिखा गया है कि जब दिल्ली जल रही थी, लोग गुस्से में थे तब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह कहां थे? इसके अलावा सामना में लिखा गया है कि जब दिल्ली में लोग मारे जा रहे थे तब केंद्र का आधा मंत्रिमंडल 'नमस्ते, नमस्ते साहब' कहने के लिए अहमदाबाद पहुंचा हुआ था.


सामना ने अपने संपादकीय में लिखा, ''देश की राजथानी में जब 38 लोग मारे गए. मृतकों में पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. हिंसा के दौरान आधा मंत्रिमंडल अहमदाबाद में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को सिर्फ नमस्ते, नमस्ते ट्रंप कहने गया था. करीब तीन दिनों बाद पीएम मोदी ने शांति बनाए रखने का आह्वान किया.''


'गृहमंत्री के दर्शन क्यों नहीं हुए?'


अमित शाह पर हमला बोलते हुए कहा, ''राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल चौथे दिन अपने सहयोगियों के साथ दिल्ली की सड़कों पर लोगों से चर्चा करते दिखे, इससे क्या होगा? सवाल यह है कि इस दौर में हमारे गृहमंत्री के दर्शन क्यों नहीं हुए?''


दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान अमित शाह के प्रचार को लेकर सामना में कहा गया है, ''विधानसभा चुनाव में अमित शाह गृहमंत्री होते हुए भी घर-घर प्रचार का पर्चा बांटते घूम रहे थे लेकिन जब पूरी दिल्ली हिंसा की आग में जल रही थी तब यही गृहमंत्री कहीं दिखाई नहीं दिए.''


जस्टिस के ट्रांसफर पर उठाए सवाल


अपने संपादकीय में सामना ने जज के ट्रांसफर का मुद्दा भी उठाया, ''दिल्ली में 1984 के दंगों की तरह भयंकर हालात न बने, सभी नागरिकों को जेड सुरक्षा देने का वक्त आ गया है. ऐसी टिप्पणी जस्टिस मुरलीधर ने की और अगले 24 घंटों में उनका तबादले का आदेश राष्ट्रपति भवन से निकल गया. उन्हें भी सच बोलने की सजा मिलने लगी है क्या?''


गौरतलब है कि दिल्ली हिंसा में मरने वालों की तादाद बढ़ती जा रही है. अब तक 39 लोगों की जान जा चुकी है और 200 से ज्यादा घायल हैं. शहर की हालात पहले से बेहतर हैं लेकिन तनाव अभी भी बन हुआ है.


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