नई दिल्ली: उत्तर-पूर्वी हिंसा के एक चश्मदीद ने बताया कि जब आईबी ऑफिसर अंकित शर्मा ताहिर हुसैन की बिल्डिंग के पास पहुंचे तो दंगाइयों ने उन्हें बिल्डिंग के अंदर खींच लिया. लोगों ने उन्हें बचाने की कोशिश भी की लेकिन वो बच नहीं पाए. लोगों ये भी बताया कि कैसे ताहिर हुसैन की बिल्डिंग से दंगाई आए. दंगाइयों ने छत पर सब समान इकट्ठा किया हुआ था. उस समय ताहिर हुसैन भी घर में मौजूद थे. कई घंटे तक तांडव चलता रहा.
निगम पार्षद ताहिर हुसैन की बिल्डिंग के बगल में एक पार्किंग है जिसमें गाड़ियों को जला दिया गया, लेकिन कुछ गाड़ियां बच गई. वो ऐसे बच गई कि जब गाड़ियो पर पेट्रोल बम फैंका जा रहा था तब बगल के लोग ऊपर से पानी डाल रहे थे. लेकिन जो गाड़ियां अंदर की तरफ खड़ी थी उन्हें दंगाइयों ने आग के हवाले कर दिया. यहां के शख्स ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि लोग ताहिर हुसैन की बिल्डिंग से बगल वाली बिल्डिंग में दाखिल हुए और सब कुछ जला दिया.
25 तारीख को एक घर में शादी थी. ताहिर हुसैन की बिल्डिंग के बगल वाली बिल्डिंग में ऊपर शादी का खाना तैयार किया जा रहा था लेकिन 24 तारीख को ही उपद्रवियों ने ऐसा तांडव मचाया कि सब कुछ तहस नहस कर दिया. सारा सामान जला दिया गया. लड़की के चाचा ने बताया कि माहौल इतना खराब था कि लड़की की शादी उत्तर प्रदेश में करनी पड़ी.
वहीं इस पूरे मामले में ताहिर का कहना है कि जिस वक्त पथराव हुआ उस वक्त वो अपने घर में मौजूद नहीं थे. सवाल है कि दंगाइयों ने उनके घर की छत को ही क्यों चुना, आखिर कैसे इस पूरे इलाके में सिर्फ ताहिर हुसैन के घर की छत पर ही दंगा फैलाने का इतना सामान पहुंच गया. ताहिर अपने आपको पूरी तरह निर्दोष बताने में लगे हैं. उनके घर की छत से पेट्रोल बम, तेजाब और पत्थर बरामद हुए हैं.
बता दें कि ताहिर हुसैन के खिलाफ पुलिस ने हत्या के आरोप और हिंसा भड़काने का मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने बताया कि आईबी अधिकारी अंकित शर्मा के पिता की शिकायत पर आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई. इससे पहले ताहिर हुसैन की बिल्डिंग को सील कर दिया गया, फॉरेन्सिक टीम ने बिल्डिंग के अंदर से कई नमूने भी लिए.