दिल्ली पर मंडरा रहा जलसंकट, राष्ट्रपति भवन से लेकर प्रधानमंत्री आवास तक हो सकती है पानी की किल्लत- राघव चड्ढा
Delhi Water Crisis: हरियाणा सरकार को निशाने पर लेते हुए राघव चड्ढा ने कहा कि खट्टर सरकार ने दिल्ली वालों का कानूनी और मानवीय हक का अधिकार मारा है.
नई दिल्ली: भीषण गर्मी से जूझ रहे दिल्ली वालों की चिंता अब और बढ़ सकती है. दिल्ली के कई इलाके पानी की किल्लत से पहले ही परेशान हैं और अब इसके बीच दिल्ली में बड़ा जलसंकट भी आ सकता है. ये कहना है दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा का. दिल्ली पर मंडरा रहे इस जलसंकट के लिए राघव चड्ढा ने हरियाणा सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया है. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राघव चड्ढा ने कहा कि आज एक बहुत बड़ा जलसंकट दिल्ली के सर पर मंडरा रहा है और उसका दोष किसी राज्य सरकार को जाता है तो वो है हरियाणा. उनका आरोप है कि हरियाणादिल्ली के लिए यमुना नदी में जितना पानी छोड़ना होता है, उसमें हरियाणा ने भारी कटौती की है.
राघव चड्ढा ने कहा कि इस समय भीषण गर्मी है, मानसून लेट है और महामारी का प्रकोप है. दिल्ली अपनी वाटर सप्लाई के लिए पड़ोसी राज्यों पर निर्भर करता है, कोई राज्य गंगा से कोई यमुना से और थोड़ा ग्राउंड वाटर निकालकर हम जलापूर्ति करते हैं. हर राज्य की प्रतिबद्धता है कि हर रोज़ एक तय लिमिट पानी दिल्ली के लिए छोड़ना है. लेकिन हरियाणा ने कानूनी तौर पर जितना पानी दिल्ली के लिए छोड़ना चाहिए उसे रोक लिया है. आज के दिन दिल्ली के वाटर प्रोडक्शन में 100 एमजीडी की कमी देखी गई है. गर्मी के इस समय में दिल्ली जल बोर्ड ने पीक डिमांड को पूरा किया है. इस बार दिल्ली जल बोर्ड ने रिकॉर्ड प्रदर्शन करते हुए 945 एमजीडी पानी दिल्लीवालों तक पहुँचाया है. लेकिन आज इसमे 100 एमजीडी की कमी आई है.
तीन वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट हैं प्रभावित-
राघव चढ़ने कहा कि हरियाणा सरकार ने यमुना के पानी को रोक लिया है और इसके लिए खट्टर सरकार ज़िम्मेदार है. उन्होंने कहा कि CLC, DSB और वज़ीरबाद चैनल के ज़रिए हरियाणा से पानी छोड़ा जाता है. CLC और DSB चैनल में गिरावट आ गई है जबकि वज़ीरबाद में ये शून्य पर आ गया है. दिल्ली के लिए 221 क्यूसेक, यानी करीब 120 mgd पानी हरियाणा कम छोड़ रहा है. जिससे तीन वाटर ट्रीटमेंट प्लांट प्रभावित हैं-
- चंद्रावल वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में 90 mgd का रोज़ उत्पादन कर रहे थे जो 55 mgd पर आ गया है
- वज़ीरबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में रोज़ 135 mgd का उत्पादन कर रहे थे, ये घटकर 80 mgd पर आ गया है
- ओखला वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में रोज़ 20 mgd प्रोडक्शन थी वो घटकर 15 mgd हो गई है
- तीनों WTP में कुल मिलाकर 245 mgd की प्रोडक्शन होनी चाहिए लेकिन अब ये घटकर 145-150 mgd हो गया है.
दिल्ली के VVIP इलाकों में हो सकती है पानी की कमी-
पानी के प्रोडक्शन में गिरावट के चलते दिल्ली के कई इलाकों में पानी की सप्लाई प्रभावित हो सकती है. राघव चड्ढा के मुताबिक इस जलसंकट की वजह से दिल्ली के कई बड़े इलाकों में पानी की सप्लाई प्रभावित है. जिसमें NDMC एरिया है, सुप्रीम कोर्ट, दिल्ली हाईकोर्ट, राष्ट्रपति निवास, प्रधानमंत्री निवास, कई दूतावास, बड़े बड़े अधिकारियों और नेताओं के निवास और साउथ दिल्ली के भी कई इलाके शामिल हैं. मैं खट्टर साहब से हाथ जोड़कर कहना चाहता हूं कि हमारी आपसे या आपकी हमसे कोई दुश्मनी नहीं है. मानवीय आधार पर जितना पानी आपको छोड़ना है कम से कम उतना पानी दिल्ली के लिए दे दें. महामारी का समय है दिल्ली वालों का अधिकार न मारें. इसके चलते आपके प्रिय प्रधानमंत्री के निवास स्थान पर भी पानी की कमी हो सकती है.
अक्खड़ दिमाग वाले मुख्यमंत्री ने रोका दिल्ली का पानी- राघव चड्ढा
हरियाणा सरकार को निशाने पर लेते हुए राघव चड्ढा ने कहा कि खट्टर सरकार ने दिल्ली वालों का कानूनी और मानवीय हक का अधिकार मारा है. अपर यमुना रिवर बोर्ड (UYRB) ने हरियाणा को साफ तौर पर कहा था कि जितना पानी दिल्ली को आपको देना चाहिए वो आपको देना है और उसके अलावा 150 क्यूसेक पानी और दें ताकि दिल्ली में जलसंकट न हो. हरियाणा ने न वो 150 क्यूसेक पानी हमें दिया बल्कि जो कानूनी हमारा हक है उसे भी रोक लिया. दिल्ली की अपनी कोई वॉटर बॉडी नहीं है, अलग अलग राज्यों पर निर्भर करते हैं. अगर कोई एक अक्खड़ दिमाग वाला मुख्यमंत्री दिल्ली का पानी रोक दे तो उसमें हम क्या कर सकते हैं.
पानी की किल्लत को लेकर बीजेपी नेताओं द्वारा किये जा रहे विरोध प्रदर्शन के जवाब में राघव चड्ढा ने कहा कि बीजेपी वालों को तुरंत खट्टर साहब के घर के बाहर जाकर बैठ जाना चाहिए. अगर ऐसा होता है तो हम बीजेपी नेताओं का धन्यवाद करेंगे. वहीं दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता द्वारा दिल्ली के जलमंत्री सत्येन्द्र जैन के घर की वाटर सप्लाई बंद करने बयान को लेकर राघव चड्ढा ने कहा कि मैं आदेश गुप्ता की बात का जवाब देना उचित नही समझता.