नई दिल्ली: यमुना नदी का जलस्तर दिल्ली में सोमवार को बढ़कर 204.38 मीटर तक पहुंच गया, जो खतरे के निशान के बेहद करीब है. राज्य के जल मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि सरकार बाढ़ जैसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है.
एक अधिकारी ने कहा कि हरियाणा के यमुनानगर जिले में स्थित हथिनीकुंड बैराज से सुबह आठ बजे 5,883 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिससे जलस्तर में वृद्धि हुई. एक अधिकारी ने कहा कि जलस्तर सुबह आठ बजे दर्ज किया गया और यह खतरे के निशान 205.33 मीटर के करीब है. रविवार को रात आठ बजे जलस्तर 204.18 मीटर दर्ज किया गया था.
अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को जलस्तर 204.32 मीटर दर्ज किया गया था. एक क्यूसेक का अर्थ है 28.317 लीटर पानी प्रति सेकन्ड. जैन ने कहा कि सरकार हालात पर नजर बनाए है और बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. उन्होंने कहा, ''बाढ़ को नियंत्रित करने की हमारी प्रणाली तैयार है और जब ऐसी स्थिति आएगी तब उसे शुरू किया जाएगा.'' उन्होंने कहा कि यमुना के किनारे पल्ला गांव से लेकर ओखला तक सभी क्षेत्रों के लिए सरकार ने योजना बनाई है.
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