मौजपुर हिंसा के दौरान भड़काऊ भाषण देने वाली रागिनी तिवारी ने क्या कहा?
दिल्ली में हुए हिंसात्मक घटनाओं के लिए कई राजनेताओं के बायन को लोगों को उकसाने के लिए जिम्मेदार बताया जा रहा है. जहां बीजेपी नेता कपिल मिश्रा, परवेश वर्मा समेत खई अन्य के खिलाफ मामला दर्ज करने की बात कही जा रही है तो वहीं रागिनी तिवारी के वीडियो को लेकर भी बवाल मचा हुआ है.
नई दिल्ली: दिल्ली दंगों के दौरान भड़काऊ भाषण देने की आरोपी रागिनी तिवारी को अपने बयानों पर कोई पछतावा नहीं है. एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत के दौरान रागिनी तिवारी ने कहा कि उन्होंने अपनों से लोगों को नहीं भड़काया. रागिनी तिवारी के मुताबिक उन्होंने हिंदुओं को जगाने की बात की थी.
23 और 24 फरवरी के दौरान सामने आए थे रागिनी तिवारी के वीडियो
रागिनी तिवारी वह महिला है जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में वह प्रदर्शन पर बैठे लोगों को हटाने के साथ ही हिंदुओं को जगाने के नारे लगा रही हैं. रागिनी तिवारी इस दौरान कई बार ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करती हुई थी दिख रही है जिसको लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. रागिनी तिवारी के ये वीडियो 23 फरवरी और 24 फरवरी के दौरान के हैं जब उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा शुरू हुई थी.
रागिनी तिवारी के मुताबिक उन्होंने कुछ गलत नहीं कहा
एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत के दौरान रागिनी तिवारी ने कहा कि उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया जो भड़काऊ हो. रागिनी के मुताबिक उन्होंने तो लोगों की दिक्कतों की बात करते हुए कहा था कि अगर प्रदर्शनकारी नहीं हटे तो वह लोग भी प्रदर्शन करेंगे. इस दौरान जिस तरीके से प्रदर्शनकारियों ने उन पर हमला किया उसके बाद उन्होंने हिंदुओं से एकजुट होकर उसका जवाब देने की बात कही थी. रागिनी के मुताबिक इसमें कुछ भड़काऊ नहीं था और उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा.
दंगों के दौरान मौजपुर में मौजूद थीं रागिनी तिवारी
रागिनी ने बताया कि जिस दौरान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है वह 23 और 24 फरवरी का है. 23 फरवरी यानी वो दिन जब कपिल मिश्रा ने मौजपुर पहुंचकर बयान दिया था जिसके लिए कहा जा रहा है कि उस बयान के बाद ही हालात खराब होने शुरू हुए थे. रागिनी के मुताबिक उस दौरान भी वो वहां मौजूद थी और कपिल मिश्रा के जाने के बाद जब पत्थरबाजी हुई तो उसमें उनको भी चोट लगी थी.
दिल्ली पुलिस कर रही है भड़काऊ भाषण और बयानों की जांच
रागिनी के फेसबुक पर ऐसे कई वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें वह फेसबुक पोस्ट के ज़रिए इलाके में लोगों को उकसाने वाले बयान दे रही हैं. यह वीडियो आरोपों के घेरे में है क्योंकि जिस दौरान की वीडियो है उसी के बाद उत्तर पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में हिंसा की खबरें सामने आई हैं. हाईकोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली पुलिस भी ऐसे सभी वीडियोज़ की पड़ताल कर रही है जिनके ज़रिए भड़काऊ भाषण या बयान देकर लोगों को भड़काने का काम किया गया था.
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