दिल्ली के अपोलो अस्पताल में 27 अप्रैल की सुबह हुई मारपीट का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल है. दरअसल अस्पताल में इलाज कराने आए कोरोना के मरीज को आईसीयू बेड नहीं मिल पाया था जिसके चलते गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में तोड़ फोड़ शुरू कर दी.
ना सिर्फ अस्पताल की संपत्ति बल्कि डॉक्टर और स्टाफ को भी मारा गया. परिजन के हाथों में लाठी डंडे देखे गए इस वीडियो में. हिंसा के चलते कई लोग घायल हुए हैं. वीडियो में देखा गया कि कैसे अस्पताल के सिक्योरिटी गार्ड ने भी अपने बचाव में मरीज़ के परिवारजनों के साथ मारपीट की है.
अस्पताल में बेड ना होने के चलते शिफ्ट करने की सलाह दी गई थी- अस्पताल
अपोलो अस्पताल में हुई तोड़ फोड़ पर अस्पताल प्रशासन का बयान भी आया है. हालांकि अस्पताल द्वारा आधिकारिक बयान कुछ वक्त में जारी किया जाएगा. दिए गए बयान में इस बात की जानकारी दी गई है कि एक महिला को 27 अप्रैल की सुबह नाजुक हालत में अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में लाया गया था. उस समय जरूरी मेडिकल सेवा उन्हे उपलब्ध भी कराई गई थी.
अस्पताल के कई मेंबर को इस हिंसा में चोट आई- अस्पताल
अस्पताल में बेड्स की कमी होने के कारण परिवार को मरीज को किसी और अस्पताल में शिफ्ट करने की सलाह दी गई. दुर्भाग्य से महिला की मृत्यु सुबह करीब 8 बजे हो गई जिसके बाद मरीज़ के परिवारजनों ने अस्पताल में तोड़ फोड़ करना शुरू कर दिया और हमारे डॉक्टर, स्टाफ के साथ मारपीट की. सिक्योरिटी और पुलिस की मदद से पूरी स्तिथि पर काबू पाया गया. अपोलो अस्पताल के कई मेंबर को आज हुई हिंसा में चोट आई है.
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