नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय के गार्गी कॉलेज में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. गार्गी कॉलेज जहां सिर्फ छात्राएं पढ़ती हैं वहां छेड़छाड़ का ये मामला काफी गंभीर है. वहीं इस पूरे मामले के बाद महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है.


ये है पूरा मामला


दरअसल, गार्गी कॉलेज में छह फरवरी की रात को एन्यूअल फेस्ट का आयोजन किया गया. इसमें एंट्री के लिए पास की व्यवस्था की गई थी. कार्यक्रम में एक व्यक्ति को एक ही पास देने की अनुमति थी. वहीं छात्राओं ने बताया, ''उस शाम करीब साढ़े चार बजे डीयू एडमिन ने एक गाड़ी को कैंपस के अंदर आने की अनुमति दी. उस गाड़ी के साथ-साथ कुछ और गाड़ियां भी कैंपस में घुस गईं.''


छात्राओं का आरोप है कि थोड़ी देर बाद नशे में धुत्त बाहरी व्यक्तियों ने कैंपस में आकर छात्राओं के साथ छेड़खानी की. अगले दिन यानी सात फरवरी को कॉलेज बंद रहा. आठ को दिल्ली विधानसभा चुनाव थे और नौ फरवरी को रविवार होने के कारण कॉलेज फिर बंद रहा. इसके बाद सोमवार को पूरा मामला संज्ञान में आया. कई छात्राओं ने घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी शेयर किया.


शिकायत के बाद भी प्रिसिंपल ने नहीं की सुनवाई


छात्राओं का आरोप है कि शिकायत सुनने के बाद भी प्रिसिंपल ने मामले को टालने की कोशिश की. छात्राओं ने नाम नहीं बताने की शर्त पर बताया, "घटना के बाद कुछ छात्राओं ने शिकायत करने की कोशिश की लेकिन गार्गी कॉलेज की प्रिसिंपल ने यह कहकर टाल दिया कि इतनी दिक्कत है तो कॉलेज फेस्ट का आयोजन नहीं करें. सोमवार को प्रदर्शन करने कॉलेज पहुंची छात्राओं ने लिखित में शिकायत दर्ज कराई. साथ ही कॉलेज प्रशासन द्वारा पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की मांग भी की.


राष्ट्रीय महिला आयोग और दिल्ली महिला आयोग ने लिया संज्ञान


कॉलेज में छेड़छाड़ के इस मामले को राष्ट्रीय महिला आयोग ने गंभीरता से लिया और छात्राओं से बात की. इसके अलावा दिल्ली महिला आयोग की टीम ने भी कॉलेज कैंपस पहुंचकर छात्राओं से मुलाकात की. दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने छात्राओं की शिकायत सुनने के बाद कॉलेज प्रशासन पर सवाल उठाए. आयोग ने दिल्ली पुलिस और गार्गी कॉलेज को नोटिस भी जारी किया.


स्वाति मालीवाल ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा, "छह फरवरी की घटना की चार दिन बीत जाने के बाद भी सुनवाई क्यों नहीं हुई है. दिल्ली पुलिस की मौजूदगी में इस तरह की घटना को क्यों अंजाम दिया गया. दिल्ली पुलिस का ये रवैया महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंताजनक है."


संसद में उठा मामला

सोमवार को संसद में भी गार्गी कॉलेज का मुद्दा उठाया गया. कांग्रेस सांसद ने संसद में गार्गी कॉलेज और महिला सुरक्षा का मुद्दा उठाया. दूसरी तरफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्ववीट कर इस मामले पर दुख जताया और कार्रवाई की मांग की. उन्होंने ट्वीट कर कहा, "गार्गी कॉलेज में हमारी बेटियों के साथ बदसलूकी बेहद दुखद और निराशाजनक है. इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. दोषियों को पकड़ कर सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिएऔर ये सुनिश्चित हो कि हमारे कॉलेजों में पढ़ने वाले बच्चे सुरक्षित हों." वहीं इस पूरे मामले की सीसीटीवी फुटेज के जरिए जांच की जा रही है. दक्षिणी जिले की एडिशनल डीसीपी गीतांजलि खंडेलवाल खुद इस पूरे मामले की जांच कर रही हैं.


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