RBI ने नोट नहीं बदले तो महिला ने विरोध में उतारे कपड़े, पुलिस पर मारपीट का आरोप
नई दिल्ली: दिल्ली में एक गरीब महिला ने रिज़र्व बैंक के सामने अपने कपड़े उतार दिए. वो अपने चार हज़ार के पुराने नोट जमा कराना चाहती थी, लेकिन रिजर्व बैंक मना कर रहा था. उसने हंगामा किया तो पुलिस आ गई. महिला का आरोप है कि पुलिसवालों ने उसके साथ मारपीट की.
महिला रिज़र्व बैंक में अपने चार हज़ार रुपए बदलवाने आयी थी. महिला के मुताबिक, वो रोज़ अपने दो साल के बच्चे को गोद में लिए रिजर्व बैंक में आ रही थी. लेकिन यहां उसे सिर्फ नियमों का हवाला मिल रहा था. आज भी जब पैसे नहीं बदले तो उसने हंगामा किया.
वीना नाम की ये महिला दिल्ली के नांगलोई इलाके की रहने वाली है. लोगों के घरों में काम कर अपनी ज़िंदगी चलाती है. इसका आरोप है कि पुलिस ने इसके साथ मारपीट की, जिसके बाद विरोध में उसने अपने कपड़े उतारे.
पुलिस के मुताबिक, महिला पूछताछ में कुछ भी ठीक से नहीं बात रही है. सिर्फ दिल्ली ही नहीं देशभर में जहां-जहां रिजर्व बैंक के कार्यालय हैं, वहां पर लोगों को नोट बदलने या जमा करने से साफ इंकार किया जा रहा है. वैसे 8 नवंबर को पीएम मोदी ने नोटबंदी का ऐलान करते हुए कहा था कि रिजर्व बैंक में 31 मार्च तक नोट बदले जाएंगे.
वित्त मंत्री अरुण जेटली से ABP न्यूज का सवाल
अब सवाल ये है कि ऐसा क्यों है ? पीएम के बयान के बाद भी रिजर्व बैंक में नोट बदले या जमा क्यों नहीं किए जा रहे हैं. एबीपी न्यूज ने लोगों की इस परेशानी के बारे में सीधे वित्त मंत्री अरुण जेटली से सवाल किया.
रिजर्व बैंक ने नए नियमों का हवाला दिया
यानि प्रधानमंत्री ने अपने एतिहासिक भाषण में भले ही कुछ और कहा हो, लेकिन फिलहाल रिजर्व बैंक के हाथ नोटबंदी पर लाए गए अध्यादेश से बंधे हुए हैं. इस अध्यादेश में साफ कहा गया है कि 31 दिसम्बर के बाद रिजर्व बैंक में बंद किए गए नोट जमा करने की सुविधा सबको नहीं मिलेगी.
आरबीआई में हलफनामा देकर पुराने नोट जमा करने की सुविधा सिर्फ उन्हें ही मिलेगी जो 9 नवंबर से 30 दिसम्बर तक देश से बाहर रहे होंगे.