नई दिल्ली: महिला दिवस के मौके पर आज किसान आंदोलन स्थलों पर महिलाओं की बड़ी संख्या दिखाई दी. इस मौके पर किसान आंदोलन के मंच को महिलाओं ने संभाला और साथ ही कृषि कानूनों को वापस लेने की अपील भी महिलाओं की तरफ से की गई. बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के अलग अलग बॉर्डरों पर किसान 100 दिनों से ज्यादा वक्त से आंदोलन कर रहे हैं.


पंजाब और हरियाणा से बड़ी संख्या में महिलाएं दिल्ली से सटे बॉर्डर्स पर पहुंचीं और महिला दिवस पर आंदोलन का नेतृत्व किया. इस मौके के लिए कुछ खास तैयारियां भी देखने को मिली, जहां एक तरफ अलग अलग जगह से महिलाएं बॉर्डर्स पुहंचीं, जिसमें टिकरी बॉर्डर, सिंघु बॉर्डर, ग़ाज़ीपुर, बहादुरगढ़ और अन्य किसान आंदोलन स्थल शामिल हैं. महिलाओं ने आज स्टेज से संबोधन करने से लेकर, मंच और आंदोलन में वॉलंटियर करने तक का काम संभालान, लेकिन एक सुर में सभी महिलाओं ने बार बार कृषि कानूनों का विरोध किया और कानून वापस लेने की अपील की.


टिकरी बॉर्डर पर एक महिला किसान जिनका नाम बबिता है, उन्होंने महिला दिवस के कार्यक्रम की शुरुआत एक कविता से की, जिसमें आंदोलन को लेकर संघर्ष की भी बातें हुईं. जहां एक तरफ़ बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंचीं तो वहीं कुछ बड़े चेहरे भी महिलाओं के बीच देखने को मिले. जिसमें टिकरी बॉर्डर पर महिलाओं के बीच एक्ट्रेस सोनिया मान पहुंची.


टिकरी बॉर्डर पर जहां एक तरफ महिला दिवस मनाया जा रहा था और महिला शक्ति की बात हो रही थी तो वहीं दूसरी तरफ टिकरी बॉर्डर पर सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मियों के बीच आज के दिन सबसे ज़्यादा तादाद महिला सुरक्षा कर्मियों की दिखी. जिनका मनोबल बढ़ाने और महिला दिवस की बधाई देने जॉइंट कमिश्नर दिल्ली पुलिस शालिनी सिंह टिकरी बॉर्डर पुहंचीं.


एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए शालिनी सिंह ने कहा, "महिलाएं हमारी आज गली से लेकर बॉर्डर तक डटी हुई है, हर तरफ सुरक्षा का ज़िम्मा आज महिलाएं देख रही है. महिलाओं में बहुत शक्ति होती है और वह कुछ भी कर सकती है, इसलिए आगे बढे और अपने सपनो को पूरा करे."


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