Delhi Food Delivery Boy Murder: देश की राजधानी दिल्ली में रहने वाले लोगों का सब्र इस कदर जवाब दे रहा है कि लोग एक-दूसरे की जान लेने से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं. हालिया मामला दिल्ली के वेस्ट जिले के तिलक नगर थाना इलाके के कृष्णा पार्क (Krishna Park) का है. यहां महज सिगरेट पीने की बात पर 2 लोगों को इतना गुस्सा आया कि उन्होंने चाकू वार कर जौमेटो (Zomato) के डिलीवरी ब्वॉय की जान ले ली. इतना ही नहीं जब डिलीवरी बॉय जान बचाने के लिए भागने लगा तो आरोपियों ने उस पर ईंट और पत्थर भी बरसाए. दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने वारदात के बाद FIR कर 24 घंटे के अंदर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, जबकि दूसरा अभी फरार है.


डिलीवरी बॉय खाना लेने गया था


दिल्ली पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक मृतक 29 वर्षीय सागर सिंह जोमैटो में डिलीवरी बॉय का काम करता था और 15 जून की देर रात रात आर्डर लेने खालसा होटल पहुंचा था. आर्डर लेने से पहले वह बाहर खड़ा हो सिगरेट पी रहा था. इसी दौरान वहां मौजूद दो लोगों ने सिगरेट के धुएं को लेकर परेशानी होने की बात कही. इस पर दोनों पक्षों के बीच बहस होने लगी. इस दौरान एक शख्स ने सागर के सीने में चाकू घोप दिया. सागर इस दौरान जान बचाने के लिए भागा भी था, लेकिन आरोपियों ने उस पर ईंट और पत्थरों से हमला बोल दिया. मृतक के परिजनों का आरोप है कि जिस रेस्टोरेंट से वो खाना लेने के लिए गया था वहां इतना सब होने के बाद भी कोई बाहर नहीं आया. घटना के कुछ देर बाद से वहां से गुजर रहे जौमेटो के एक फ़ूड डिलीवरी बॉय ने अपनी कंपनी के बैग साथ सड़क पर पड़े सागर को देखा और तुरंत PCR और एम्बुलेंस को कॉल किया. जब -तक एम्बुलेंस मौके पर पहुंची, सागर का बहुत सारा खून बह चुका था. इस वजह से अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.  जानकारी के मुताबिक स्थानीय थाने में पुलिस की टीम ने धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर, घटना स्थल से मिली CCTV फुटेज और आसपास से मिली जानकारी के बाद 24 घंटे के अंदर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, जबकि एक आरोपी फरार है. 


आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग


मृतक सागर के परिजनों की मांग है कि जिन आरोपियों ने महज सिगरेट पीने की बात पर एक पूरे परिवार को बर्बाद कर दिया है, उनकी गिरफ्तारी के साथ-साथ रेस्टोरेंट के मालिक और कर्मचारी पर भी कार्रवाई होनी चाहिए. परिजनों का कहना है कि अगर मृतक को समय रहते अस्पताल पहुंचा दिया जाता तो शायद उसकी जान बच सकती थी, लेकिन किसी ने एंबुलेंस तक बुलाने की जहमत नहीं उठाई. सागर के परिजनों के मुताबित मृतक की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी. वो बेहद सीधा-साधा था और अपनी पत्नी और बच्चे के साथ रहता था.  अब परिवार इंसाफ मांग रहा है. सागर परिवार में एकलौता कमाने वाला था. 


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