नई दिल्ली: दिल्ली में खराब मौसम परिस्थितियों के चलते प्रदूषक तत्वों के छितराव की गति धीमी होने से यहां की एयर क्वालिटी ‘अत्यंत खराब’ दर्ज की गई. केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सी पी सी बी) के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली का एयर क्वालिटी सूचकांक (एक्यूआई) 353 दर्ज किया गया.
शून्य से 50 अंक तक एयर क्वालिटी सूचकांक को ‘अच्छा’, 51 से 100 तक ‘संतोषजनक’, 101 से 200 तक ‘मध्यम’, 201 से 300 के स्तर को ‘खराब’, 301 से 400 के स्तर को ‘अत्यंत खराब’ और 401 से 500 के स्तर को ‘गंभीर’ श्रेणी में रखा जाता है.
सीपीसीबी के अनुसार दिल्ली के सात इलाकों अशोक विहार, आनंद विहार, जहांगीरपुरी, मुंडका, रोहिणी,विवेक विहार और वजीरपुर में एयर क्वालिटी ‘अत्यंत खराब’ रही. वहीं, 20 क्षेत्रों में यह ‘खराब’ श्रेणी की रही. इसने कहा कि पीएम 2.5 का स्तर 206 रहा. वहीं, पीएम 10 का स्तर 360 दर्ज किया गया.
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के गाजियाबाद, फरीदाबाद और नोएडा में एयर क्वालिटी ‘अत्यंत खराब’ रही. वहीं, गुडगांव में यह ‘खराब’ की श्रेणी में रही. भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान के अनुसार हवा की गति और वेंटीलेशन सूचकांक ‘‘अत्यधिक प्रतिकूल’’ है जिससे प्रदूषक तत्वों का छितराव नहीं हो पा रहा. प्रदूषक कणों से मुक्ति पाने के लिए यह सूचकांक 6000 वर्ग मीटर प्रति सेंकड होना चाहिए. गुरुवार को यह सूचकांक 2500 वर्ग मीटर प्रति सेंकड पर रहा.