Western Railway: पश्चिम रेलवे (Western Railway) का आरपीएफ ट्रेनों में यात्रा करने वाले यात्रियों (Passengers) की सहायता (Help) करने और विशेष रूप से देखभाल और सुरक्षा की ज़रूरत वाले महिलाओं और बच्चों को सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. एक अनोखे मामले में 29 अक्टूबर, 2022 को पश्चिम रेलवे के आरपीएफ (RPF) कर्मियों ने दो अलग-अलग ट्रेनों में दो महिलाओं को उनके बच्चों को जन्म देने में मदद की और सहराहनीय काम किया है.
पश्चिम रेलवे के सीपीआरओ सुमित ठाकुर की तरफ से जारी एक प्रेस नोट के अनुसार, मैसूर-अजमेर एक्सप्रेस में सवार एएसआई संदीप रेपे, एचसी रविकिरण शर्मा, सीटी जयनारायण मीना और सीटी नटवर भाई समेत नडियाद की ट्रेन एस्कॉर्टिंग टीम को सुबह करीब 5.20 बजे सूचना मिली. एक यात्री मोहन लाल से कि उनके साथ यात्रा कर रही उनकी पत्नी को अचानक प्रसव पीड़ा हो रही थी. उक्त महिला यात्री ने उसी कोच में एक बुजुर्ग यात्री की मदद से वटवा और अहमदाबाद स्टेशनों के बीच चलती ट्रेन में एक बच्ची को जन्म दिया.
ट्रेन एस्कॉर्टिंग पार्टी ने RPF को सूचना दी
ट्रेन एस्कॉर्टिंग पार्टी ने अहमदाबाद में सुरक्षा नियंत्रण कक्ष को सूचना दी कि वह अहमदाबाद स्टेशन पर आगे के इलाज के लिए महिला आरपीएफ कर्मियों और एम्बुलेंस को अलर्ट करे. स्टेशन पर पहुंचने के बाद, मां और बच्चे को कोच के अंदर एक रेलवे डॉक्टर ने देखा और आगे के इलाज के लिए उसके पति के साथ अस्पताल भेज दिया. उन्होंने आगे कहा, "एक अन्य मामले में 29 अक्टूबर को मथुरा से वडोदरा, हजरत निजामुद्दीन-तिरुवनंतपुरम सेंट्रल एक्सप्रेस की यात्रा कर रही एक 29 साल की महिला यात्री को चलती ट्रेन में अचानक प्रसव पीड़ा का अनुभव हुआ."
महिला के पति ने धन्यवाद दिया
सूचना मिलने पर हालांकि ट्रेन का गोधरा स्टेशन (Godhra Station) पर कोई निर्धारित ठहराव नहीं था, लेकिन संचालन नियंत्रण और आईपीएफ गोधरा को सूचित करने के बाद इसे रोक दिया गया. स्टेशन पहुंचने के बाद महिला यात्री ने एक बच्चे को जन्म दिया (Lady Passenger Delivered) और उसे आगे के इलाज के लिए गोधरा सिविल अस्पताल भेज दिया गया. प्रेस नोट में कहा गया है कि महिला के पति को बताया गया, जिन्होंने बाद में आरपीएफ (RPF) को उनकी सहायता (Help) और देखभाल के लिए धन्यवाद दिया.
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