नई दिल्ली: कोरोना वायरस का अब तक के सबसे खतरनाक वेरिएंट डेल्टा प्लस धीरे धीरे देश में अपने पैर पसार रहा है. देश के आठ राज्यों में इसके केस मिल चुके हैं. सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र में मिले हैं. जिन दस राज्यों में इसके केस मिलें उनमें महाराष्ट्र, केरल, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, पंजाब, जम्मू कश्मीर, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, शामिल हैं.
इसके साथ ही मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस स्वरूप से दो लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है जिनमें से एक महिला की 23 मई को मौत हो चुकी है.
महाराष्ट्र के सात जिलों में मिले 21 केस
महाराष्ट्र के सात जिलों में अब तक डेल्टा प्लस स्वरूप के 21 मरीज मिले हैं. स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि ऐसे रोगियों के लिए अस्पतालों में अलग वार्ड बनाया गया है. डेल्टा प्लस स्वरूप का प्रकोप अधिक हो सकता है. इस स्वरूप के अध्ययन से संकेत मिला है कि यह पिछले स्वरूपों से अधिक खतरनाक हो सकता है.
कोरोना वायरस का डेल्टा स्वरूप अधिक संक्रामक, अधिक खतरनाक- एक्सपर्ट
अमेरिका के सर्जन जनरल डॉक्टर विवेक मूर्ति ने बुधवार को कहा कि अब महामारी के नए मामलों में से लगभग 90 प्रतिशत के लिए जिम्मेदार कोरोना वायरस का डेल्टा स्वरूप अधिक संक्रामक और बीमारी की गंभीरता के लिहाज से अधिक खतरनाक है. उन्होंने एमएसएनबीसी से कहा, ‘‘हमने देखा है कि यह ब्रिटेन में किस तेजी से फैला है जहां लगभग 100 प्रतिशत नए मामलों के लिए यही जिम्मेदार है. और हमने यहां भी वृद्धि देखी है. इसलिए मैं चिंतित हूं.’’
डेल्टा वेरिएंट के हावी होने की आशंका, 85 देशों में सामने आए मामले
डब्ल्यूएचओ की ओर से 22 जून को जारी कोविड-19 साप्ताहिक महामारी विज्ञान अपडेट में कहा गया कि वैश्विक स्तर पर, अल्फा स्वरूप 170 देशों, क्षेत्रों या इलाकों में मिला है, बीटा स्वरूप 119 देशों में, गामा स्वरूप 71 देशों में और डेल्टा स्वरूप का 85 देशों में पता चला है.
अपडेट में कहा गया, “डेल्टा, दुनिया भर के 85 देशों में मिला है, डब्ल्यूएचओ के अंतर्गत सभी क्षेत्रों के अन्य देशों में भी इसके मामले सामने आने का चलन जारी है, जिनमें से 11 क्षेत्रों में ये पिछले दो हफ्तों में सामने आए.’’