नई दिल्ली: झारखंड में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद से ही चुनावी बिगुल बज चुका है. प्रदेश में एक बार फिर से कमल खिलाने के लिए बीजेपी ने मिशन झारखंड पर काम शुरू कर दिया है. सूत्रों की मानें तो 2014 की तरह 2019 में भी बीजेपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही जीत का सूत्रधार मान रही है. यही कारण है कि राज्य की इकाई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 5 मंडल वाले झारखंड में 10 रैलियां कराए जाने की मांग की है. फिलहाल रैलियां निर्धारित नहीं हुई हैं. लेकिन माना जा रहा है कि बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व झारखंड में 7 रैलियां कराने की योजना में है. 3 मंडलों में 11 जबकि 2 बड़े मंडलों में तो दो रैलियां कराने की तैयारी चल रही है.
बता दें कि 81 विधानसभा सीटों वाले झारखंड में पांच चरणों में मतदान होगा. 30 नवंबर, 7,12,16 और 20 दिसम्बर को चुनाव होगा. चुनाव में बीजेपी 2014 वाला प्रदर्शन दोहराना चाहती है. बीजेपी की राज्य इकाई मानती है कि राज्य सरकार के कामकाज और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे, दोनों को एक साथ पेश किए बिना यह संभव नहीं है. इसलिए राज्य इकाई ने झारखंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 10 बड़ी रैलियां कराने की मांग की है.
झारखंड में 5 मंडल हैं. प्रत्येक मंडल में 2-2 रैलियों की योजना है. सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय नेतृत्व और प्रधानमंत्री मोदी की व्यस्तता के चलते 7 रैलियों में सहमति बनती नजर आ रही है. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि झारखंड के तीन छोटे मंडलों में एक-एक रैली और दो बड़े मंडलों में 2-2 रैली कराने में सहमति बन रही है. इन सातों रैलियों में पार्टी राज्य की सभी 81 सीटों को कवर करेगी. वहीं विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी बीजेपी की मुश्किलें प्रदेश में आसान नहीं हैं. सूबे में बीजेपी की अपने सबसे पुराने सहयोगी दल आजसू के साथ रिश्तों में दरार की खबरें आ रही हैं. माना जा रहा है कि सीट शेयरिंग को लेकर दोनों पार्टियों में मनमुटाव चल रहा है.