कोलकाताः पश्चिम बंगाल में कांग्रेस ने बीजेपी को बंगाल विभाजन के मुद्दे पर अपने निशाने पर लिया है. कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई ने बीजेपी पर राज्य के विभाजन की साजिश रचने का आरोप लगाया और दावा किया कि यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की बड़ी योजना का हिस्सा है.


हाल ही में बीजेपी सांसद जॉन बारला ने उत्तरी बंगाल के जिलों को मिलाकर केंद्र शासित प्रदेश गठित करने की मांग उठाई थी. इसी तरह, बीजेपी के सांसद सौमित्र खान ने भी राज्य के दक्षिणी भाग जंगलमहल के लिए ऐसी ही मांग उठाई थी. हालांकि, बंगाल के बीजेपी नेताओं ने कहा था कि वे राज्य के विभाजन के पक्ष में नहीं हैं.


अधीर रंजन चौधरी का बीजेपी पर निशाना


बंगाल में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने आरोप लगाया, 'यह सभी को पता है कि बीजेपी के इस तरह के हर कदम के पीछे आरएसएस है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आरएसएस से प्रभावित हैं और आरएसएस की मुस्लिम बहुल प्रांतों को काटकर अलग राज्यों में मिलाने की पुरानी योजना है.' उन्होंने बिना अधिक ब्यौरा दिए कहा, 'उनकी यही योजना उत्तर प्रदेश के लिए है और यही योजना पश्चिम बंगाल के लिए है.' इस बीच बीजेपी नेतृत्व ने अपने नेताओं को पार्टी लाइन के किसी भी तरह के उल्लंघन को लेकर चेताया है, जो राज्य के विभाजन के खिलाफ है.


बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने किया बचाव


अपने दो सांसदों के बयान को लेकर हो रही आलोचना के बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, 'हमारे कुछ नेताओं ने अपनी व्यक्तिगत क्षमता में कुछ बयान दिए हैं. इसका पार्टी लाइन या राय से कोई लेना देना नहीं है जो किसी भी रूप में बंगाल के विभाजन के खिलाफ है. एक वफादार सिपाही की तरह सभी को पार्टी लाइन का पालन करना चाहिए. पार्टी के आधिकारिक रुख का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.' घोष के बयान के कुछ ही घंटों के अंदर सौमित्र खान ने कहा कि उन्होंने बयान अपनी व्यक्तिगत क्षमता में दिया था.


इसे भी पढ़ेंः
दिल्ली दौरे पर नीतीश कुमार बोले- आंखों का इलाज कराने आया हूं, केंद्र में कैबिनेट विस्तार को लेकर कही ये बात


चिराग पासवान का अपने समर्थकों के नाम खुला पत्र- लोक जनशक्ति पार्टी हमारी थी और हमारी रहेगी