नई दिल्ली: नोटबंदी से जूझते देश के लिए एक बड़ी खबर और अच्छी खबर है. देश के वित्त राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने एबीपी न्यूज से एक्सक्लुसिव बातचीत में कहा है कि नोटों का संकट 30 दिसंबर तक खत्म हो जाएगा.
एबीपी न्यूज़ को दिए इंटरव्यू में अर्जुनराम मेघवाल ने कहा, ''प्रधानमंत्री ने जो 50 दिन का समय दिया है वह एक दम सही है. धीरे धीरे स्थिति सामान्य हो रही है. हम लगातार आरबीआई और करेंसी प्रिंटिंग वालों से बात कर रहे हैं. हमें उम्मीद है कि 30 दिसंबर तक स्थिति पूरी तरह सामान्य हो जाएगी.''
दो से तीन हफ्तों में सुधरेंगे हालात: शक्तिकांत दास, आर्थिक मामलों के सचिव
प्रधानमंत्री मोदी की मांगी मोहलत में सिर्फ पंद्रह दिन बचे हैं. मोदी कह चुके हैं उसके बाद हालात धीरे-धीरे सामान्य होंगे आज सरकार की तरफ से सामने आए आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने भी उम्मीद जताई है कि 500 के नोटों की सप्लाई बढ़ने के बाद दो से तीन हफ्ते में हालात सुधरेंगे.
शक्तिकांत दास ने कहा, ”हालात में सुधार हुआ है. उम्मीद करता हूं कि अगले दो से तीन हफ्ते में 500 के नोटों की सप्लाई बढ़ने के बाद हालात में सुधार होगा.” सरकार भी उम्मीद कर रही है कि 500 के नोट आने से मार्केट में कैश बढ़ेगा.
कब तक मार्केट में आएगा पर्याप्त कैश
एबीपी न्यूज आपको रोज बता रहा है कि 500 के नोट आने में कितने दिन लग सकते हैं. आज सरकार के बयान के आधार पर एबीपी न्यूज ने अनुमान लगाया है कि आखिर कब तक मार्केट में पर्याप्त कैश यानी जो 15 लाख 44 हजार करोड़ कैश बंद हुआ है उतना वापस आ पाएगा.
5 दिसंबर तक 3 लाख 81 हजार करोड़ रुपये सरकार ने बाजार में डाले जबकि 10 दिसंबर तक 4 लाख 61 हजार करोड़ रुपये हो गए यानी 5 दिनों में 80 हजार करोड़ रुपये आए. रोज का हिसाब 16 हजार करोड़ रुपये मार्केट में आने का हुआ.
31 दिसंबर में अभी 16 दिन बाकी हैं लेकिन दस तारीख से गिनें तो 21 दिन बचे. अगर नोटों के बाजार में आने की यही रफ्तार रही यानी रोज 16 हजार करोड़ रुपये मार्केट में आए तो 31 दिसंबर तक 3 लाख 36 हजार करोड़ रुपये आ जाएंगे.
अब एक बार फिर हिसाब समझिए. 10 दिसंबर तक 4 लाख 61 हजार करोड़ रुपये आए. 10 से 31 दिसंबर तक 3 लाख 36 हजार करोड़ आने का अनुमान लगा. 31 दिसंबर तक कुल रकम हुई 7 लाख 97 हजार रुपये. और नोटों के छपने की यही रफ्तार रही तो 31 दिसंबर के बाद अगले 47 दिन में पूरी रकम यानी 15 लाख 44 हजार करोड़ रुपये मार्केट में आ सकती है. सरकार भी कह रही है कि दो हफ्ते में जो 15 लाख 44 हजार करोड़ रुपये बंद हुए हैं उसका आधा मार्केट मे आ जाएगा.
15.44 लाख करोड़ का आधा यानी 7 लाख 77 हजार करोड़ रुपये. एबीपी न्यूज का भी अनुमान है कि 31 दिसंबर तक 7 लाख 97 हजार करोड़ रुपये आ जाएंगे. ये हिसाब सही बैठ रहा है.
अब बात 500 के नोटों की छपाई की
सरकार का कहना है कि पहले 2 हजार के ज्यादा नोट इसलिए छापे गए ताकि ज्यादा कीमत के नोट बाजार में आ जाए. अब पूरा जोर 500 के नोट छापे जाने पर है. नोट छापने वाले चारों प्रिटिंग प्रेस में अब 500 के नोटों की छपाई चल रही है.
हर महीने चारों प्रेस से 286 करोड़ 500 के नोट छप रहे हैं यानी कुल 1 लाख 43 हजार करोड़ रुपये मूल्य के 500 के नोट छप रहे हैं. यानी रोजाना 4767 हजार करोड़ रुपये मूल्य के नोट छप रहे हैं. अगर 1 जनवरी से सिर्फ 500 के नोट बाजार में आए तो बचे हुए 7 लाख 47 हजार करोड़ को पूरा होने में 157 दिन लगेंगे. मतलब 6 जून तक पूरे 15 लाख 44 हजार करोड़ रुपये मार्केट में आ जाएंगे.