झारखंड के देवघर में हुए रोपवे हादसे में अब तक 32 लोगों को बचा लिया गया है. वहीं 3 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है. 15 लोग अब भी फंसे हैं. जिन्हें निकालने के लिए मंगलवार सुबह 6 बजे से रेस्क्यू ऑपरेशन फिर शुरू होगा. ट्रॉली में फंसे बाकी लोगों को सेना के हेलिकॉप्टर की मदद से सुरक्षित निकाला जाएगा.
6 बजे रोका गया रेस्क्यू ऑपरेशन
हालांकि रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान आज एक हादसा हो गया. दरअसल एक शख्स को ट्रॉली से निकालकर हेलीकॉप्टर के अंदर लिया जा रहा था. तभी शख्स का हाथ छूट गया और वो नीचे खाई में गिर गया. हेलीकॉप्टर से गिरे शख्स की मौत हो गई. अभी तीन ट्रॉलियों में 15 लोग फंसे हुए हैं. अंधेरा होने के कारण सोमवार शाम 6 बजे रेस्क्यू रोक दिया गया. जिन लोगों को सुरक्षित निकाला गया है उन सभी को देवघर के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
सीएम हेमंत सोरेन ने किया ट्वीट
इस घटना को लेकर झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने भी ट्वीट कर दुख जताया है. साथ ही पूरे मामले की जांच की बात कही है. उन्होंने ट्विटर पर कहा, त्रीकुट पहाड़ पर हुई घटना और इसमें हुई मौतों पर मैं अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की जाएगी.
फिलहाल जो लोग फंसे हुए हैं, उन्हें लेकर उनके परिजन काफी चिंता में हैं और उन्हें निकाले जाने का इंतजार कर रहे हैं. ABP न्यूज ने परिजनों से बातचीत की और घटनास्थल पर पहुंचकर पूरे हालात का जायजा लिया. फिलहाल फंसे हुए लोगों तक रात में ड्रोन की मदद से पानी और खाने का सामान भेजा जा रहा है. पुलिस प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें भी मौके पर मौजूद हैं.
हादसे के कारण को लेकर डीसी ने बताया था कि फिलहाल जिले का पूरा अमला फंसे हुए लोगों को निकालने में लगा हुआ है और बचाव अभियान खत्म होने के बाद ही जांच शुरू की जाएगी, उन्होंने कहा कि पहली नज़र में लगता है कि तकनीकी खामी की वजह से हादसा हुआ. डीसी के मुताबिक, रोपवे का संचालन एक निजी कंपनी कर रही है. हादसे के बाद ये लोग फरार हो गए.
यह भी पढ़ें -
Exclusive: JDU का दामन थाम सकते हैं अशोक यादव, CM नीतीश से मिले नवनिर्वाचित MLC, Viral हो रही तस्वीर