प्रवासी मजदूरों के लिए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रेलवे को लिखा पत्र, अगले 4 दिनों में 262 ट्रेनों की मांग की
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रवासी मजदूर जो अपने राज्य वापस जाना चाहते हैं उनके लिए ऑनलाइन पंजीकरण करने की व्यवस्था की थी.
नई दिल्लीः कोरोना संकट के बीच दिल्ली से लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूर अपने राज्य जाना चाहते हैं. राज्य सरकार से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली में रह रहे करीब 4 लाख प्रवासी लोगों ने अपने राज्य जाने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराया है. इनमें से ज़्यादातर प्रवासियों में मुख्य रूप से बिहार और उत्तर प्रदेश के निवासी हैं.
दिल्ली सरकार के मुताबिक पंजीकरण करने वाले प्रवासियों में सबसे अधिक बिहार के 1 लाख 95 हजार 746 लोग और उत्तर प्रदेश के 1 लाख 84 हजार 997 लोग हैं. इसके अलावा छत्तीसगढ़, झारखंड और मध्यप्रदेश के रहने वाले लोगों ने पंजीकरण कराया है.
करीब 4 लाख प्रवासी मजदूरों को उनके राज्य भेजने के लिए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रेलवे को पत्र लिख कर अगले चार दिनों में 262 ट्रेनों की मांग की है. जिससे सभी लोगों को उनके मूल प्रदेश भेजा जा सके. बुधवार को 25 ट्रेनों से दिल्ली सरकार ने पंजीकृत करीब 37 हजार 500 प्रवासी मजदूरों को उनके मूल प्रदेश के लिए भेजा है.
इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ABP न्यूज़ से एक्सक्लुसिव बातचीत में कहा था कि अगर 4-5 दिन तक रोज़ 50-100 ट्रेन दिल्ली सरकार को उपलब्ध कराई जाती हैं तो वो प्रवासी मजदूरों को पूरे सम्मान के साथ उनके राज्य वापस भेज पाएंगे.
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने कुछ दिन पहले ही ऐसे प्रवासी मजदूर जो अपने राज्य वापस जाना चाहते हैं उनके लिए ऑनलाइन पंजीकरण करने की व्यवस्था की थी. इसके लिए दिल्ली सरकार ने https://epass-jantasamvad-org/train/passenger/ लिंक जारी किया है.
दिल्ली सरकार के मुताबिक19 मई 2020 तक इस वेबपोर्टल पर करीब 4 लाख लोगों ने पंजीकरण किया है. बिना पंजीकरण के किसी भी यात्री को ट्रेन में चढ़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
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