Dilli Ki Yogshala: आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार की 'मुफ्त योग क्लासेज' बंद करने का मामला सामने आया है. मुफ्त योग क्लासेज बंद करने की कोशिश से नाराज डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने इससे संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी किया है. सिसोदिया ने अधिकारियों से 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा है. 


डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने नोटिस में कहा है कि सब जानते हुए भी सचिव (टीटीई) दिल्ली की योगशाला को बंद करने की गलत और जबरन कोशिश कर रहे हैं. नोटिस में लिखा है कि हजारों दिल्लीवासियों के फायदे के लिए योग क्लासेज तलाने के दिल्ली सरकार के प्रयास को विफल करने की कोशिश कर रहे हैं. 


सिसोदिया ने जवाब मांगा
सिसोदिया ने आगे पूछा, 'सरकार इस कार्यक्रम को न सिर्फ आगे बढ़ाना चाहती है बल्कि इसका पैमाना भी बढ़ाना चाहती है, तो फिर ऐसे में संबंधित मंत्री से चर्चा किए बगैर इसको बंद करने का फैसला कैसे लिया? दिल्ली सरकार के ट्रेनिंग एंड टेक्निकल एजुकेशन सेक्रेट्री ऐलिस वाज से जवाब मांगा.  


चलती हैं रोजाना 590 योगा क्लास 
दरअसल केजरीवाल सरकार दिल्ली के लोगों को मुफ्त योग प्रशिक्षण देने की योगशाला कार्यक्रम के तहत योग सीखने के लिए मुफ्त योगा इंस्ट्रक्टर मुहैया करवाती है. इस कार्यक्रम के तहत दिल्ली में रोजाना 590 योगा क्लास चलती हैं, जिसमें 17,000 लोग योग सीखते हैं. बता दें कि बीते साल मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 31 दिसंबर 2021 को यह योजना शुरू की थी. वहीं, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के मुताबिक 30 सितंबर को दिल्ली की योगशाला कार्यक्रम को बंद करने का फैसला सेक्रेटरी ट्रेनिंग एंड टेक्निकल एजुकेशन ने लिया जोकि गलत है. 


मनीष सिसोदिया के मुताबिक दिल्ली विधानसभा ने सेंटर फॉर मेडिटेशन और योग साइंसेज शूरू करने के लिए डीपीएसआरयू के लिए बजट पारित किया था. इसके साथ ही इस सेंटर को योग प्रशिक्षकों के लिए प्रमाण पत्र और डिप्लोमा कार्यक्रम करवाने ता जिम्मा दिया गया था. सिसोदिया ने कहा, प्रधानमंत्री भी इंटरनेशनल योग दिवस पर प्रचारात्मक प्रोग्राम आयोजित करके योग को अपनाने का बढ़ावा देते हैं. 


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