चंडीगढ़: रेप मामले में दोषी पाए जाने के बाद रोहतक की सुनारिया जेल में रखे गए डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह के साथ किसी खास तरह का बर्ताव नहीं किया जा रहा है. यह बात शनिवार को हरियाणा के पुलिस मुख्य निदेशक (जेल) केपी सिंह ने कही. खबरें थीं कि गुरमीत राम रहीम रोहतक की जेल में बंद हैं, लेकिन उसे जेल में पूरा वीआईपी ट्रीटमेंट मिल रहा है. अधिकारी ने बताया कि जेल में उनके बैरक के बाहर उनकी गतिविधियों पर निगरानी रखने की ड्यूटी चार अधिकारियों को दी गई थी.





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साधारण कैदी की तरह फर्श पर सो रहे राम रहीम: अधिकारी


सिंह ने कहा “उनके साथ किसी खास तरह का बर्ताव नहीं किया जा रहा है. उनके साथ वैसे ही पेश आया जा रहा है जैसे किसी साधारण कैदी के साथ पेश आया जाता है. एक साधारण कैदी फर्श पर सोता है और वह भी वही कर रहे हैं.” उन्होंने बताया कि हर कैदी किसी भी पांच शख्स के नाम दे सकता है जिनसे वह मिलना चाहता है. गुरमीत को भी दूसरे कैदियों की तरह यह सुविधा दी जाएगी. उन्होंने आगे कहा कि जेल अधिकारी सोमवार को सजा की मियाद तय हो जाने के बाद कोर्ट के दिशा निर्देशों का पालन करेंगे.





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हाई प्रोफाइल कैदी को जेल के भीतर सुरक्षित रखना एक चुनौती: अधिकारी


एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि किसी हाई प्रोफाइल कैदी को जेल के भीतर सुरक्षित रखना बेशक एक चुनौती है. केपी सिंह ने कहा “इसलिए हमने जेल के भीतर ऐसे इंतेजाम किए हैं ताकि किसी भी वजह से कोई दूसरा कैदी उन्हें नुकसान ना पहुंचा सके. जेल के बाहर, हमने पहले से ही स्थानीय प्रशासन से इस क्षेत्र को सुरक्षित रखने और पर्याप्त सुरक्षा इंतजामों करने का अनुरोध किया है.” सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों के तहत सुनारिया जेल के बाहर बड़ी संख्या में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है.


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रोहतक के डिप्टी कमिश्नर की अपील- अफवाहों पर यकीन ना करें


रोहतक के डिप्टी कमिश्नर अतुल कुमार ने कहा कि उनका मकसद रोहतक जिले और सुनारिया जेल को सुरक्षित रखने का है. उन्होंने कहा “मैं मीडिया के माध्यम से लोगों से अपील करना चाहूंगा कि वह अफवाहों पर यकीन ना करें.” डेरा प्रमुख को सजा सुनाए जाने के फौरन बाद हिंसा शुरू हो गई थी. उनके अनुयायी उपद्रव करते हुए सुरक्षा कर्मियों के साथ भिड़ गए थे. इसमें कम से कम 30 लोगों की जान चली गई और 250 घायल हो गए.