नई दिल्लीः राज्यसभा में सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने किसान आंदोलन के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि यह मामला सेलेक्ट कमेटी के पास भेजा जाना चाहिए था लेकिन जिस तरह से बिल पास करवाया गया, हमने उस दौरान भी उसका विरोध किया था. डेरेक ओ ब्रायन समेत विपक्ष के कुछ नेताओं ने खड़े होकर एक मिनट का मौन रखा. यह मौन उन किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए रखा गया जिनकी आंदोलन के दौरान जिन की मौत हुई .

कानूनों को स्थगित कर सकते हैं तो रद्द क्यों नहीं ?
डेरेक ने 26 तारीख को ट्रैक्टर पलटने से हुई किसान की मौत के मुद्दे को संदिग्ध अवस्था में हुई मौत करार दिया. उन्होंने कहा कि इन तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है. अगर आप 18 महीने के लिए रोक लगाने को तैयार है तो इसको रद्द क्यों नहीं कर देते. प्रधानमंत्री ने कहा था 2022 तक किसानों की आय दुगनी होगी. मौजूदा दर को देखते हुए हैं साफ तौर पर कहा जा सकता है कि ऐसा 2028 से पहले मुमकिन नहीं है.

ट्रैक्टर पलटने से हुई थी मौत
26 जनवरी को नवरीत सिंह की मौत दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई थी. नवरीत का ट्रैक्टर दिल्ली पुलिस के बैरिकेड से टकराने के बाद पलट गया था. ट्रैक्टर हादसे के बाद दिल्ली पुलिस की ओर से एक वीडियो जारी किया गया था. वीडियो में देखा गया कि आईटीओ के पास पुलिस बैरिकेड को तोड़ने की कोशिश में तेज रफ्तार ट्रैक्टर पलट गया. नवरीत इस ट्रैक्टर को खुद चला रहे थे. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक नवरीत सिंह की मौत दुर्घटना के कारण हुई थी.
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