सर्वे: बिहार में नीतीश कुमार से एनडीए को होगा फायदा, यूपीए के खाते में सिर्फ 4 सीटें
देश का मूड: पिछले लोकसभा चुनाव में यूपीए को 7 सीटें मिली थी. लेकिन सर्वे में इस बार यूपीए महज 4 सीटों पर सिमटता हुआ दिख रहा है.
देश का मूड: लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान होने के साथ ही देश में नई सरकार के बनने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. एबीपी न्यूज-सी वोटर के सर्वे में बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए को बिहार में बड़ी कामयाबी मिलने जा रहे हैं. सर्वे के मुताबिक बिहार में एनडीए को 40 में से 36 सीटों पर जीत मिल सकती है, जबकि कांग्रेस की अगुवाई वाला यूपीए महज 4 सीटों पर ही सिमट कर रह जाएगा.
एनडीए को 36 सीटें
सर्वे के मुताबिक बिहार में बीजेपी को 16 सीटों पर जीत मिल सकती है. बीजेपी के सहयोगी जेडीयू और एलजेपी 20 सीटों पर परचम लहराने में कामयाब हो सकते हैं. बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी के खाते में 4 सीटों के जाने की संभावना है. ये सर्वे कांग्रेस की चिंता बढ़ाने वाला है, क्योंकि बिहार में कांग्रेस को एक भी सीट पर जीत मिलती हुई नहीं दिख रही है.
वोट शेयर में भी एनडीए आगे
वोट प्रतिशत के मामले में एनडीए के यूपीए से काफी आगे रहने की संभावना है. एनडीए को राज्य में 49 फीसदी वोट शेयर मिल सकता है. कांग्रेस की अगुवाई वाला यूपीए बिहार में 37 फीसदी वोट शेयर तक सीमित रह सकता है. वहीं अन्य के खाते में 14 फीसदी वोट शेयर जा सकता है.
एबीपी न्यूज़-सी वोटर के जनवरी के सर्वे के मुताबिक एनडीए को 35 और महागठबंधन को महज पांच सीटें मिलने का अनुमान मिलने का अनुमान लगाया गया था. सर्वे में जो आंकड़े सामने आ रहे थे वो साफ बता रहे थे कि नीतीश कुमार के वापस आने से एनडीए को फायदा हो रहा है.
2014 में क्या रहे थे नतीजेसाल 2014 के नतीजों का जिक्र करें तो बिहार में बीजेपी ने 22, एलजेपी ने छह, आरएलएसपी ने तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी. यानि 40 सीटों में से एनडीए ने 31 सीटों पर जीत दर्ज की थी. 2014 में जेडीयू एनडीए का हिस्सा नहीं थी और उसने दो सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं आरजेडी ने चार, कांग्रेस ने दो और एनसीपी ने एक सीट जीती थी.
एबीपी न्यूज़- सी वोटर ने देश की सभी 543 लोकसभा सीटों पर यह सर्वे किया है. ये सर्वे फरवरी 2019 के पहले हफ्ते से लेकर मार्च 2019 के पहले हफ्ते के दौरान किया गया है. इस सर्वे में 50 हजार से ज्यादा लोगों की राय ली गई.