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Desh Ka Mood LIVE Updates: कौन है प्रधानमंत्री पद की पहली पसंद, जानिए मोदी और राहुल में है कितना फासला
Desh Ka Mood LIVE Updates: कौन है प्रधानमंत्री पद की पहली पसंद, जानिए मोदी और राहुल में है कितना फासला
ABP News Desh Ka Mood TV Show LIVE Updates: कोरोना वायरस, वैक्सीन, बिहार चुनाव और किसान आंदोलन समेत अनेक मुद्दों को लेकर देश का मूड जानने के लिए सर्वे किया है.
एबीपी न्यूज़
Last Updated:
15 Jan 2021 09:36 PM
केसी त्यागी ने कहा कि एक पॉलिटिकल एक्टिविस्ट के तौर पर यह कहना चाहता हूं कि एक रोड मैप होता है, पॉलिटिकल फिलोस्फी होती है. उन्होंने कांग्रेस नेता गौरव वल्लभ से कहा कि वे कांग्रेस को सात जन्म माफ नहीं करेंगे क्योंकि जिस तरह सत्ता की लोलुपता के लिए महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ हाथ मिलाया. इसी का नतीजा है कि ओवैसी कांग्रेस को घर में जाकर मारता है.
कांग्रेस के देशभर में जिस तरह के हालात हैं, उस पर जेडीयू महासचिव केसी त्यागी ने 'देश का मूड' कार्यक्रम के दौरान कहा कि ये कांग्रेस को पहले तय करना है कि उसे रिवाइव करना है या उसे सर्वाइव करना है. उन्होंने महाराष्ट्र में उद्धव के साथ गठबंधन को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा. केसी त्यागी ने एबीपी न्यूज कार्यक्रम में कहा कि कांग्रेस छोटी पार्टियों के साथ मिलकर गठबंधन कर सरकार बनाती है, जिससे ये साफ होता है कि ये सर्वाइव करना चाहती है, ना की रिवाइव करना.
क्या किसान आंदोलन से सरकार को नुकसान होगा ? इस सवाल पर 52 फीसदी लोगों का कहना है हां, सरकार को आंदोलन से नुकसान उठाना पड़ेगा, जबकि 34 फीसदी लोगों का मानना है कि सरकार को आंदोलन से नुकसान नहीं होगा. 14 फीसदी लोगों का कहना है कि नुकसान होगा या नहीं पता नहीं.
क्या मोदी सरकार ने कोरोना पर अच्छा काम किया ? इस पर 79.5 फीसदी लोगों ने हां में जवाब दिया है और 12.5 लोगों ने न में जवाब दिया है. यानी अधिकतर लोगों का मानना है कि मोदी सरकार ने कोरोना को लेकर अच्छा काम किया है.
कोरोना वायरस की वैक्सीन को सरकार ने इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाज़त दे दी है. कल से देश में टीकाकरण भी शुरू हो रहा है. ऐसे में सर्वे में जब लोगों से सवाल किया गया कि वैक्सीन पर सरकार का कामकाज कैसा है ? इस पर 51 फीसदी लोगों का कहना है कि वैक्सीन पर सरकार का कामकाज अच्छा रहा है और 32 फीसदी लोगों ने सरकार के काम को खराब बताया है और 17 फीसदी लोगों का कहना है कि कह नहीं सकते हैं.
केंद्र सरकार के कामकाज से कितने खुश हैं ? इस सवाल के जवाब में 11 जनवरी को 66 फीसदी लोगों ने खुद को केंद्र के कामकाज से संतुष्ट बताया. हालांकि 25 मार्च को लॉकडाउन के वक्त ये आंकड़ा 78 फीसदी था. और लॉकडाउन 2 के दौरान 82 फीसदी था.
केंद्र सरकार के कामकाज से कितने खुश हैं ? इस सवाल के जवाब में 11 जनवरी को 66 फीसदी लोगों ने खुद को केंद्र के कामकाज से संतुष्ट बताया. हालांकि 25 मार्च को लॉकडाउन के वक्त ये आंकड़ा 78 फीसदी था. और लॉकडाउन 2 के दौरान 82 फीसदी था.
पीएम मोदी के कामकाज से आप कितने संतुष्ट हैं ? इस सवाल पर जनता की राय में लॉकडाउन 1 से लेकर 11 जनवरी के बीच बहुत ज्यादा अंतर नहीं दिखता. सभी लॉकडाउन, अनलॉक, बिहार चुनाव परिणाम और किसान विरोध के बीच पीएम के कामकाज से 11 जनवरी को भी 11 फीसदी लोग खुश दिखे.
पीएम मोदी के कामकाज से आप कितने संतुष्ट हैं ? इस सवाल पर जनता की राय में लॉकडाउन 1 से लेकर 11 जनवरी के बीच बहुत ज्यादा अंतर नहीं दिखता. सभी लॉकडाउन, अनलॉक, बिहार चुनाव परिणाम और किसान विरोध के बीच पीएम के कामकाज से 11 जनवरी को भी 11 फीसदी लोग खुश दिखे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम से कितने संतुष्ट हैं ? सर्वे में इस सवाल पर 71 फीसदी लोगों ने कहा कि वो पीएम मोदी के कामकाज से खुश हैं. जबकि 26 फीसदी लोगों ने कहा कि वो नाखुश हैं और 3 फीसदी लोगों ने कहा कि वो कह नहीं सकते.
सर्वे में लोगों से सवाल किया गया कि पीएम पद के लिए कौन बेहतर ? नरेंद्र मोदी या राहुल गांधी ? इस पर 60 लोगों ने मोदी को पीएम पद के लिए बेहतर बताया, जबकि 26 फीसदी लोगों ने राहुल गांधी को पीएम पद के लिए बेहतर माना. सात फीसदी लोगों का मत है कि दोनों ही बेहतर नहीं है, जबकि 7 फीसदी लोगों ने कहा कि वो कह नहीं सकते.
सोनिया गांधी के कामकाज से आप कितने संतुष्ट हैं ? सर्वे में 38 फीसदी लोगों ने सोनिया गांधी के कामकाज से संतुष्टि ज़ाहिर की, जबकि 44 फीसदी लोगों ने उनके काम से असंतुष्टि ज़ाहिर की है. सर्वे के दौरान 18 फीसदी लोगों ने कहा कि वो कह नहीं सकते.
देश में राहुल गांधी से लोग कितने खुश हैं. इस सवाल पर 39 फीसदी लोगों का कहना है कि वो राहुल से खुश हैं, जबकि 44 फीसदी लोगों ने कहा कि वो राहुल गांधी से नाखुश हैं. 17 फीसदी लोगों ने कहा कि वो कह नहीं सकते.
राहुल और प्रियंका में किसे कांग्रेस अध्यक्ष बनना चाहिए ? 32 फीसदी लोगों का कहना है कि राहुल गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष बनना चाहिए, जबकि 35 फीसदी लोगों का कहना है कि प्रियंका गांधी को कांग्रेस की कमान देनी चाहिए. इसके अलावा 33 फीसदी लोगों का कहना है कि दोनों को नहीं बनना चाहिए.
सर्वे में देश की जनता से ये भी सवाल किया गया कि आप गृह मंत्री अमित शाह से कितने संतुष्ट हैं ? 58 फीसदी लोगों ने गृह मंत्री अमित शाह के कामकाज से संतुष्टि ज़ाहिर की. हालांकि असंतुष्ट लोगों की संख्या भी 28 फीसदी रही. 14% फीसदी लोगों ने कहा कि कह नहीं सकते.
भविष्य में विपक्ष का कौन सा नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टक्कर दे सकता है? सर्वे के मुताबिक, 25.6 फीसदी जनता का मानना है कि भविष्य में अगर कोई पीएम मोदी को टक्कर दे सकता है तो वो राहुल गंधी हैं. वहीं, 21.9 फीसदी जनता ने कहा है कि आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पीएम मोदी को टक्कर दे सकते हैं. मात्र 7.9 फीसदी जनता ने बताया कि ममता बनर्जी भी भविष्य में पीएम मोदी को टक्कर दे सकती हैं.
आप 'देश का मूड' ट्विटर पर भी लाइव देख सकते हैं.
देश में लोकसभा चुनाव अभी हुए तो कौन जीतेगा ? इस सवाल के जवाब में 58 फीसदी लोगों ने एनडीए का नाम लिया, जबकि 28 फीसदी लोगों ने यूपीए को जीतता हुआ बताया. 14 फीसदी लोगों का ये मानना था कि अभी चुनाव हुए तो तीसरा मोर्चा सरकार बना लेगी.
कांग्रेस और यूपीए शासित राज्यों में लोग केंद्र और राज्य सरकार से कितने खुश हैं? इस सवाल पर जनता की राय कुछ इस प्रकार सामने आई है. छत्तीसगढ़ में 56 % लोग सीएम से खुश हैं, जबकि 56 % फीसदी लोग पीएम से भी खुश हैं. इसके अलावा झारखंड में 33 % लोग सीएम से तो 58 % फीसदी लोग पीएम से खुश हैं. महाराष्ट्र में सीएम से खुश होने वाला का आंकड़ा 58 % , तो पीएम से खुश होने वाले लोगों का आंकड़ा 47 % रहा है. राजस्थान में 33 % फीसदी लोग सीएम अशोक गहलोत से खुश हैं, जबकि 46 % फीसदी लोग पीएम मोदी से खुश हैं. पंजाब के 10 % लोग कैप्टन अमरिंदर सिंह से खुश हैं, जबकि 28 % फीसदी लोग पीएम मोदी से खुश हैं.
कांग्रेस और यूपीए शासित राज्यों में लोग केंद्र और राज्य सरकार से कितने खुश हैं? इस सवाल पर जनता की राय कुछ इस प्रकार सामने आई है. छत्तीसगढ़ में 56 % लोग सीएम से खुश हैं, जबकि 56 % फीसदी लोग पीएम से भी खुश हैं. इसके अलावा झारखंड में 33 % लोग सीएम से तो 58 % फीसदी लोग पीएम से खुश हैं. महाराष्ट्र में सीएम से खुश होने वाला का आंकड़ा 58 % , तो पीएम से खुश होने वाले लोगों का आंकड़ा 47 % रहा है. राजस्थान में 33 % फीसदी लोग सीएम अशोक गहलोत से खुश हैं, जबकि 46 % फीसदी लोग पीएम मोदी से खुश हैं. पंजाब के 10 % लोग कैप्टन अमरिंदर सिंह से खुश हैं, जबकि 28 % फीसदी लोग पीएम मोदी से खुश हैं.
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि मैं पूरे देश में घुमता रहता हूं और इस बात पर गर्व करता हूं कि जनता को एक शख्स पर इतना विश्वास है. पीएम मोदी की लोकप्रियता पूरी दुनिया में बढ़ी है. ये हमारे लिए खुशी की बात है कि हमारे पास मोदी है. हमारे नेता, नीति और नेतृत्व अच्छ है.
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि मैं पूरे देश में घुमता रहता हूं और इस बात पर गर्व करता हूं कि जनता को एक शख्स पर इतना विश्वास है. पीएम मोदी की लोकप्रियता पूरी दुनिया में बढ़ी है. ये हमारे लिए खुशी की बात है कि हमारे पास मोदी है. हमारे नेता, नीति और नेतृत्व अच्छ है.
कांग्रेस नेता गौरव वल्लभ ने कहा कि पांच सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले मुख्यमंत्रियों में से सीधे तौर पर बीजेपी के 2 हैं जबकि एक परोक्ष तौर पर. यानि, पांच में से तीन बीजेपी के खराब परफॉर्म सीएम है. क्योंकि तमिलनाडु में पलानीस्वामी का बीजेपी को परोक्ष समर्थन है.
गौरव वल्लभ ने आगे कहा कि मुझे आश्चर्य नहीं क्योंकि जिस विधानसभा क्षेत्र में सीएम का हेलीकॉप्टर नहीं उतर सकता है वहां सीएम का क्या हाल होगा. उत्तराखंड में त्रिवेन्द्र सिंह रावत का भी कुछ ऐसा ही हाल है. पांचवें नंबर पर महाराष्ट्र के सीएम है, जहां पर हमारी मिलीजुली सरकार है. अगर महाराष्ट्र में हमारी पटती नहीं तो आज बेस्ट सीएम उद्धव नहीं हो पाते.
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से राज्यों में लोग कितने खुश हैं? इसका जवाब कुछ इस तरह सामने आया है. काम से खुश होने वाले 66 फीसदी लोग हैं, जबकि नाखुश होने वाले 30 फीसदी हैं और 4 फीसदी लोग वो हैं जो कुछ कह नहीं सकते. केंद्र के काम से सबसे ज्यादा खुश ओडिशा के लोग हैं. ओडिशा में 91 फीसदी लोग खुश हैं. जबकि पंजाब में 64 फीसदी लोग नाखुश हैं.
देश के सबसे अच्छे मुख्यमंत्रियों की टॉप 10 की लिस्ट में ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक पहले, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल दूसरे, आन्ध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी तीसरे, केरल के सीएम पी विजयन चौथ, महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे पांचवें, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल छठे, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी सातवें, मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान आठवें, गोवा के सीएम प्रमोद सावंत नौवें और गुजरात के सीएम विजय रूपाणी दसवें पायदान पर हैं.
सर्वे में पांच सबसे खराब मुख्यमंत्रियों में उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत पहले नंबर पर हैं. दूसरे नंबर पर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर. तीसरे पर पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह, चौथे पर तेलंगाना के सीएम चंद्रशेखर राव और पांचवें पर तमिलनाडु के सीएम पलानी सामी.
साल 2021 का पहला सर्वे. ABP न्यूज के लिए C VOTER ने देश का मूड जाना है. इस सर्वे में देश की सभी 543 लोकसभा सीटों के लोगों ने हिस्सा लिया है. सर्वे में 30 हजार से ज्यादा लोग शामिल हैं. सर्वे के सवालों का जवाब पिछले 12 हफ्तों में लिए गए हैं.
साल 2014 की जीत के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता का ग्राफ लगातार बढ़ा है. इसी का फायदा बीजेपी को 2019 के चुनाव में मिला. लगातार दूसरी बार सरकार चला रहे नरेंद्र मोदी देश के सबसे बड़े लीडर के तौर पर देखे जाते हैं. हालांकि एक सवाल जो हर बार पूछा जाता है कि नरेंद्र मोदी को पीएम की रेस में किस नेता से टक्कर मिल सकती है. अब इस बारे में जनता की क्या राय है, ये जानने की कोशिश की है एबीपी न्यूज़ ने.
कांग्रेस इस वक्त काफी बुरे दौर से गुज़र रही है. लोकसभा में पार्टी के सांसदों की संख्या 51 रह गई है. 2019 में हार के बाद राहुल गांधी ने पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. तब से सोनिया गांधी पार्टी की कमान संभाल रही हैं. हालांकि अब मांग उठ रही है कि राहुल गांधी एक बार फिर कांग्रेस की बागडोर अपने हाथ में लें. ऐसे में ये जानना ज़रूरी हो जाता है कि देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी के अध्यक्ष के तौर पर देश की जनता किसे देखना चाहती है. क्या पार्टी के अध्यक्ष के पद पर कांग्रेस के कई नेताओं की तरह आम जनता भी राहुल गांधी को देखना चाहती है.
देश में 28 राज्य हैं. आठ केंद्र शासित प्रदेश हैं, लेकिन किस प्रदेश का मुख्यमंत्री जनता के बीच सबसे ज्यादा लोकप्रिय है, इस सवाल का जवाब शायद ही किसी को पता हो. उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ अपने कड़े फैसलों की वजह से अक्सर चर्चा में रहते हैं, तो बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपनी सादगी और केंद्र से टकराव के चलते सुर्खियां बटोरती हैं. राजस्थान में कांग्रेस के अशोक गहलोत सरकार चला रहे हैं, तो मध्य प्रदेश में बीजेपी के शिवराज सिंह चौहान. राजधानी दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को भी लोग पसंद करते हैं तो झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन भी खबरों में बने रहते हैं. ऐसे में हकीकत में जनता का पसंदीदा सीएम कौन है? ये जानना काफी दिलचस्प होगा.
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भारतीय जनता पार्टी को बंपर जीत मिली. देश में बीजेपी ने 303 सीटों पर अपना कब्ज़ा जमाया. पीएम मोदी को 2014 के बाद 2019 में भी जनता का भरपूर सहयोग मिला. बीजेपी के सहयोगी दलों की बात करें तो उन्हें 50 सीटें हासिल हुईं. इस लिहाज से एनडीए के पास 353 सीटें चली गईं. वहीं कांग्रेस सिर्फ 52 सीटें ही जीत सकी. ऐसे में अब करीब 2 साल बाद एबीपी न्यूज़ ने जनता के मन की बात जानने की कोशिश की है. अगर अभी चुनाव होते हैं तो वोटर किसके साथ जाएगा, किसे वोट करेगा, क्या है 'देश का मूड' . इस सवाल का जवाब शाम सात बजे मिलेगा.
कोरोना काल से लेकर किसान आंदोलन तक, देश की जनता केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकर के बारे में क्या सोचती है. सरकार के काम काज को कैसा मानती है इसी तरह के सवालों को लेकर एबीपी न्यूज़ ने सर्वे के ज़रिए 'देश का मूड' जानने की कोशिश की है. आप देश का मूड आज शाम सात बजे एबीपी न्यूज़ पर देख सकते हैं. इसके अलावा एबीपी न्यूज़ के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी आप इस शो को देख सकते हैं.
बैकग्राउंड
नई दिल्ली: साल 2020 दुनिया के अन्य देशों की तरह भारत के लिए भी मुश्किल भरा रहा. शुरुआती महीनों में ही कोरोना वायरस एक महामारी की तरह फैला और भारत के तमाम राज्य इसकी जद में आ गए. सरकार ने बचाव के उपाय के तहत देशभर में लॉकडाउन लगा दिया, जिससे कोरोना पर तो कुछ हद तक लगाम लगी, लेकिन लोगों का रोज़गार छिन गया और लोग पलायन को मजबूर हो गए. हालांकि इस दौरान स्वास्थ्यकर्मियों के काम से देश को साहस भी मिला. देश में बिहार चुनाव भी हुए और धीरे धीरे ज़िंदगी कोरोना महामारी के साथ चलना सीखती चली गई. अब नए साल पर महामारी को मात देने के लिए सरकार ने वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंज़ूरी दी है. 16 जनवरी से देश में वैक्सीनेशन शुरू हो रहा है.
जिस वक्त पूरी दुनिया कोरोना वायरस जैसी महामारी से लड़ रही थी, उसी वक्त बिहार में विधानसभा चुनाव कराए गए, जहां बीजेपी ने जेडीयू के साथ मिलकर एक बार फिर सरकार बनाई. इसके कुछ ही दिन बाद किसानों ने नवंबर में दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन शुरू किया, जो आज 51वें दिन भी जारी है.
आपके चैनल ने एबीपी न्यूज़ ने कोरोना वायरस, वैक्सीन, बिहार चुनाव और किसान आंदोलन समेत अनेक मुद्दों को लेकर देश का मूड जानने के लिए सर्वे किया है. ये सर्वे आज शाम सात बजे से प्रसारित होगा.