देश का मूड: अभी हुए चुनाव तो NDA की ही बनेगी सरकार, PM मोदी की लोकप्रियता बरकरार
56 प्रतिशत लोग मानते हैं कि नरेंद्र मोदी अभी भी बेहतर प्रधानमंत्री हैं वहीं 36 फीसदी लोगों ने राहुल गांधी प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं.
नई दिल्लीः 2019 लोकसभा चुनाव में दिल्ली की गद्दी पर बैठने के लिए सभी पार्टियों की तैयारी शुरू हो चुकी हैं. जाहिर है ऐसे में जब राजनीतिक दल अपना जनाधार बढ़ाने की कोशिश में लगे हुए हैं इस स्थिति में जनता भी पूरी तरह से चुनावी मूड में आ चुकी है. सर्वे के मुताबिक मौजूदा गठबंधन के मुताबिक एनडीए 300 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है. जबकि यूपीए 116 सीटों पर अपनी परचम लहराएगी अन्य दलों के खाते में 127 सीटें आएंगी. वहीं अगर राजनीतिक पार्टियां एकजुट होकर चुनाव नहीं लड़ती है तब एनडीए के खाते में 261, यूपीए 119 जबकि अन्य के खाते में 163 सीटें जाएंगी. हालांकि देश के लोगों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी भी लोकप्रिय नेता बने हुए हैं. एबीपी न्यूज-सी वोटर के सर्वे के मुताबिक अगर विपक्षी दलों का महागठबंन नहीं बनता है तो एनडीए की सरकार फिर से तीन सौ का आंकड़ा छू सकती है.
महागठबंधन नहीं बना तो 2014 का रिजल्ट दोहरा सकता है एनडीए
लोकसभा चुनाव में सबसे ज्यादा सीटों वाला राज्य उत्तर प्रदेश है और यहां से जो पार्टी ज्यादा सीटें जीतती है उसे केंद्र की सरकार में आने की संभावनाएं काफी बढ़ जाती हैं. यूपी में कुल 80 सीटें हैं और एबीपी न्यूज़-सी वोटर सर्वे के मुताबिक आज यहां चुनाव होते हैं तो यहां दो तरह की स्थिति हो सकती हैं. यूपी में महागठबंधन बनता है तो 2019 चुनाव में महागठबंधन 44 सीटों पर कब्जा जमा सकता है और एनडीए को कुल 31 सीटों से संतोष करना पड़ सकता है. वहीं यूपीए के खाते में 5 सीटें जा सकती हैं.
अगर राज्य में महागठबंधन नहीं बना तो एनडीए एक बार फिर शानदार प्रदर्शन कर सकता है और यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से 70 सीटों पर कब्जा जमा सकता है. महागठबंधन न बनने की सूरत की यूपीए को 2 सीटें, समाजवादी पार्टी को 4 सीटें और बीएसपी को 4 सीटें मिल सकती हैं.
लोकप्रियता के पैमाने पर फिसले मोदी, ऊपर चढ़े राहुल
सर्वे की मानें तो पीएम नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता में कमी आई है. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की लोकप्रियता का ग्राफ चढ़ा है. हालांकि 56 प्रतिशत लोग मानते हैं कि नरेंद्र मोदी अभी भी बेहतर प्रधानमंत्री हैं जबकि 36 फीसदी लोग राहुल गांधी को प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं.
लड़खड़ाएंगे लालू, नीतीश-मोदी की जोड़ी मारेगी बाजी
एबीपी न्यूज- सी वोटर के सर्वे के मुताबिक बिहार में नीतीश कुमार के साथ आने से एनडीए को भारी बहुतम मिलने की संभावना है. लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी के साथ कई दलों के गठबंधन को सिर्फ 6 सीटें मिलने का अनुमान है. बता दें कि बिहार में कुल 40 सीटें हैं. सर्वे के मुताबिक एनडीए को 34 सीटें जबकि महागठबंधन को 6 सीटों पर जीत मिलेगी.
पश्चिम बंगाल में कायम है ममता की जादू
सर्वे के मुताबिक पश्चिम बंगाल में वामपंथी दलों की स्थिति खराब दिख रही है जबकि ममता बनर्जी की पार्टी तृणमुल कांग्रेस (टीएमसी) का जादू बरकरार है. सर्वे के मुताबिक राज्य में कुल 42 लोकसभा सीटों में से टीएमसी के खाते में 32, बीजेपी को 9 और कांग्रेस को एक सीट मिल सकती है.
पटनायक को पटखनी देगी बीजेपी
सर्वे के मुताबिक ओडिशा में बीजेपी के खाते में 12 सीटें जीत सकती है जबकि कांग्रेस के खाते में तीन और बीजेडी को छह सीटें मिलने का अनुमान है. राज्य में कुल 21 सीटें हैं. इससे पहले हुए लोकसभा चुनाव में बीजेडी ने 20 सीटों पर जीत दर्ज की थी.
दक्षिण में एनडीए को झटका
दक्षिण भारत में एक बार फिर एनडीए को झटका लगेगा. तमिलनाडु, केरल, आंध्र, तेलंगाना, कर्नाटक को मिलाकर कुल 129 लोकसभा सीटें हैं जिसमें से एनडीए के खाते में 20 सीटें, यूपीए को 34 जबकि अन्य के खाते में 75 सीटें जाएंगी.
राजस्थान और मध्य प्रदेश में बीजेपी मारेगी बाजी
एबीपी न्यूज-सी वोटर सर्वे के मुताबिक मध्य प्रदेश में बीजेपी को 22 और कांग्रेस को 7 सीटें मिलने सी संभावना है. वहीं राजस्थान में बीजेपी के खाते में 17 तो कांग्रेस को 8 सीटें मिल सकती है. बता दें कि मध्य प्रदेश में कुल 29 लोकसभा सीट है जबकि राजस्थान में 25 सीट.
महाराष्ट्र में खिलेगा कमल, पिछड़ जाएगी शिवसेना
एबीपी न्यूज-सी वोटर सर्वे के मुताबिक महाराष्ट्र में यूपीए इस बार बेहतर प्रदर्शन कर सकती है. महाराष्ट्र में शिवसेना एनडीए के साथ और एनसीपी यूपीए के साथ चुनाव लड़े तो एनडीए के हिस्से 28 तो यूपीए के हिस्से 20 सीटें मिलने की संभावना बनती दिख रही है. लेकिन यदि सभी दल अलग-अलग चुनाव लड़ें तो बीजेपी 23, शिवसेना 5, कांग्रेस 14 और एनसीपी को 6 सीटें मिल सकती हैं. राज्य में कुल 48 लोकसभा सीट हैं.
कैसे हुआ सर्वे?
इस सर्वे में 15463 लोगों से बात की गई है. सितंबर के चौथे हफ्ते से अक्टूबर के चौथे हफ्ते तक सभी 543 लोकसभा सीटों पर सर्वे किया गया है.