पासपोर्ट निरस्त की जानकारी इंटरपोल डेटाबेस में दिखने के बावजूद नीरव मोदी ने की देशों की यात्रा: सीबीआई
नई दिल्ली: केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कहा कि फरार हीरा कारोबारी नीरव मोदी का पासपोर्ट भारत सरकार ने निरस्त कर दी थी. इसकी जानकारी 24 फरवरी को इंटरपोल केन्द्रीय डेटाबेस में दिखने के बावजूद नीरव कई देशों की यात्रा करने में कामयाब रहा.
उसने 15 फरवरी को इंटरपोल के जरिए जारी एक नोटिस में नीरव का पासपोर्ट निरस्त होने की जानकारी साझा की थी. सीबीआई के प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने कहा, "विदेश मंत्रालय द्वारा पासपोर्ट निरस्त किये जाने के बाद हमने 'डिफ्यूशन' नोटिस में यह जानकारी अपडेट की. नीरव मोदी का पासपोर्ट निरस्त किए जाने की जानकारी 24 फरवरी को इंटरपोल केन्द्रीय डेटाबेस में उपलब्ध कराई गई जो सदस्य देशों के लिए उपलब्ध है."
उन्होंने कहा कि सीबीआई के आग्रह पर इंटरपोल ने यह नोटिस जारी की थी और एजेंसी ने उन छह देशों से संपर्क किया जहां नीरव के भागने की आशंका थी. एजेंसी ने इन देशों से नीरव की उपस्थिति और उसकी गतिविधियों के बारे में जानकारी साझा करने का आग्रह किया.
एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, 25 अप्रैल, 22 मई, 24 मई और 28 मई को ब्रिटेन को इंटरपोल समन्वय एजेंसी को ये स्मरण पत्र भेजे. उन्होंने कहा कि अमेरिका, सिंगापुर, बेल्जियम, यूएई और फ्रांस की एजेंसियों को भी इसी तरह के स्मरण पत्र भेजे गये.
यह मामला नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी ने सरकारी पंजाब नेशनल बैंक के साथ गारंटी पत्र और विदेशी साख पत्रों के जरिए करीब 13 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी से संबंधित है. दोनों आरोपी जनवरी के पहले सप्ताह से फरार हैं.