कोरोना वायरस के खतरे के बावजूद इन इलाकों में नहीं हो रहा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, पढ़ें ग्राउंड रिपोर्ट
पुरानी दिल्ली के जामा मस्जिद इलाके में प्रशासन की तरफ से शाम में दी जाने वाली 3 घंटे की छूट के दौरान सोशलडिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा. क्योंकि इस इलाके में आबादी बहुत ज्यादा है और रास्ते बेहद ही तंग हैं.
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नई दिल्ली: कोरोना संकट काल में लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना ही हमारे लिए वायरस से बचने का तरीका है. लेकिन राजधानी दिल्ली के अभी भी कुछ इलाके ऐसे हैं, जहां घनी आबादी है और तंग गलियां हैं. वहां से कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आ रही हैं जो चिंता का विषय हैं.
लॉकडाइन की वजह से पुरानी दिल्ली के जामा मस्जिद इलाके में प्रशासन की तरफ से शाम में दी जाने वाली 3 घंटे की छूट के दौरान सोशलडिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा. क्योंकि इस इलाके में आबादी बहुत ज्यादा है और रास्ते बेहद ही तंग हैं. ऐसे में कुछ लोग भी अगर सड़कों पर आ जाते हैं, तो भीड़ लग जाती है. कुछ घंटों की मिलने वाली छूट में लोग अपनी जरूरत का सामान लेने के लिए बाहर निकलते हैं. इस इलाके के आसपास के कई इलाके रेड जोन में आते हैं. ऐसे में कोरोना फैलने का यह बेहद ही बड़ा खतरा साबित हो सकता है.
इलाके में प्रशासन की तरफ से तैनात पुलिसकर्मी तो होते ही हैं, साथ ही अमन कमेटी के लोग भी पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर इलाके में काम करते हैं. अमन कमेटी के मेंबर शहजाद से हमने बात की, उन्होंने बताया, "इलाके में गलियां बहुत पतली हैं. ऐसे में कुछ लोग भी अगर बाहर आते हैं, तो बहुत ज्यादा लगते हैं. हम सब से यही अपील करते हैं कि अपने घर में ही रहें. कुछ ऐसे लोग भी हैं जो नहीं समझते हैं. वैसे तो लोग पालन कर रहे हैं."
जब हमारी टीम जामा मस्जिद इलाके के बाद हॉज़ काज़ी पहुंची तो वहां का नज़ारा हैरान करने वाला था. सड़क पर लोगों की भारी भीड़ थी. हालांकि ये वो लोग नहीं थे जो अपनी ज़रूरत का सामान लेने घर से बाहर आए थे, बल्कि ये वो लोग थे, जो पेट की आग बुझाने के लिए खाने की तलाश में निकले थे. दरअसल यहां शाम 6 बजे कुछ लोग खाना बांटते हैं, यही वजह थी कि जो लोग दो वक्त की रोटी का इंतज़ाम नहीं कर पा रहे थे, वो यहां भीड़ लगाए खड़े थे, ताकि उन्हें खाना मिल जाए.
इस दौरान वहां पुलिसकर्मी मौजूद थे, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर कोई सख्ती नज़र नहीं आई. हालांकि मीडिया की मौजूदगी देख पुलिस और वहां के कुछ ज़िम्मेदार लोगों ने सभी को लाइन में लगाया और फिर खाना बांटा.
लोगों को बाहर निकलने की वजह चाहे जो रही हो, लेकिन लॉकडाउन के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करना लोगों को लिए मुसिबतें पैदा कर सकता है.
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