Maharashtra Politics: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Senior BJP Leader and Former CM of Maharashtra) ने महाराष्ट्र की महाअघाड़ी सरकार पर हमला बोला है. फडणवीस ने कहा जब पुलिस के आरोप पत्र में इस बात का खुलासा हो चुका है कि एनसीपी नेता और महाविकास अघाड़ी सरकार में मंत्री नवाब मलिक (Maharashtra Minister Nawab Malik) के दाऊद के साथ संबंध हैं तो फिर महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार में नवाब मलिक कैसे अभी तक मंत्रिमंडल में बने हुए हैं. इसका सीधा मतलब है कि कहीं न कहीं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ऐसे मंत्री के साथ काम करना चाहते हैं जिसका संबंध दाऊद इब्राहीम जैसे अपराधी से ही क्यों ना हो.
इसके पहले शनिवार को महाराष्ट्र सेशन कोर्ट की विशेष अदालत (Special Court of Maharashtra) ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक के ख़िलाफ दायर ED के चार्जशीट को संज्ञान में लिया. कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि, इस बात के प्रथम दृष्टया सबूत हैं कि मलिक सीधे और जानबूझकर कुर्ला में स्थित गोवावाला कंपाउंड पर कब्जा करने के लिए मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) और आपराधिक साजिश में शामिल थे.
संपत्ति को हड़पने के लिए मलिक ने रची साजिश
विशेष न्यायाधीश राहुल एन रोकडे ने अपने आदेश में कहा कि मलिक ने डी-कंपनी के सदस्यों यानी हसीना पारकर, सलीम पटेल और सरदार खान के साथ मिलकर मुनीरा प्लंबर की प्रमुख संपत्ति को हड़पने के लिए आपराधिक साजिश रची. कोर्ट ने यह भी कहा कि इसी से जुड़े प्रथम दृष्टया सबूत हैं कि आरोपी सीधे और जानबूझकर मनी लॉन्ड्रिंग अपराध में शामिल हैं इसलिए वो पीएमएलए की धारा 3 और धारा 4 के तहत आरोपी हैं.
कंपाउंड पर कब्जा करने के लिए कई मीटिंग की- ईडी
मलिक के खिलाफ ईडी के आरोप पत्र में कहा गया है कि मलिक ने एक सर्वेक्षक के माध्यम से गोवावाला परिसर में अवैध किरायेदारों का सर्वेक्षण किया था और सर्वेयर के साथ समन्वय के लिए सरदार शाहवाली खान की मदद ली थी. ईडी ने अपने आरोप पत्र में कहा कि मलिक ने हसीना पारकर और सरदार खान के साथ उस कंपाउंड पर कब्जा करने के लिए कई मीटिंग कीं.
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