महाराष्ट्र में नवाब मलिक के इस्तीफे की मांग तेज, फडणवीस बोले- पहली बार जेल गए मंत्री का नहीं लिया गया इस्तीफा
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने स्पष्ट कहा है कि उसके मंत्री नवाब मलिक को 3 मार्च से शुरू हो रहे महाराष्ट्र विधानमंडल के बजट सत्र के दौरान इस्तीफा देने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा.
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक को ED ने 23 फरवरी को तड़के उनके घर पर डॉन दाऊद इब्राहिम कास्कर के खिलाफ कथित मनी-लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद से बीजेपी लगातार नवाब मलिक के इस्तीफे की मांग कर रही है. मलिक के इस्तीफे की मांग को लेकर बीजेपी ने आज महाराष्ट्र विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया.
महाराष्ट्र विधानसभा में एलओपी देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "सरकार नवाब मलिक का इस्तीफा क्यों नहीं लेना चाहती? ये दाऊद समर्पित सरकार है. नवाब मलिक का इस्तीफा तुरंत लिया जाना चाहिए.”
फडणवीस ने कहा, ‘महाराष्ट्र में पहली बार कोई मंत्री (नवाब मलिक) सलाखों के पीछे है लेकिन उनका इस्तीफा नहीं लिया गया है. यह अप्रत्याशित है. उन्हें किसी छोटे से मामले के लिए जेल नहीं भेजा गया, उन पर दाऊद इब्राहिम के परिवार से निपटने का आरोप है.’
NCP- मलिक को पद छोड़ने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा
एक दिन पहले ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने बुधवार को अपने रुख को सख्त करते हुए स्पष्ट किया कि उसके मंत्री नवाब मलिक को 3 मार्च से शुरू हो रहे महाराष्ट्र विधानमंडल के बजट सत्र के दौरान इस्तीफा देने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा.
मंत्री जयंत पाटिल ने कहा कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने पिछले महीने यह स्पष्ट कर दिया था कि मलिक अपने मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालते रहेंगे. मलिक को 23 फरवरी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा कथित धन-शोधन मामले में गिरफ्तार किए जाने के बाद महागठबंधन ने यह स्पष्ट किया था. पाटिल ने कहा, "विपक्षी भारतीय जनता पार्टी को सदन में हंगामा करने दें. इससे हमारा रुख नहीं बदलेगा. उनसे इस्तीफा नहीं लिया जाएगा.”
उन्होंने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि विपक्षी दल के लिए विधानसभा सत्र से पहले सरकार के खिलाफ झूठे आरोप लगाने, इस्तीफे की मांग करने और फिर विधायिका को बाधित करने की आदत हो गई है.
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