नई दिल्ली: महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया कि अजित पवार ने सरकार बनाने के लिए उनसे संपर्क किया था. फडणवीस ने एक निजी चैनल से बात करते हुए कहा कि अजित पवार ने उन्हें एनसीपी के सभी 54 विधायकों के समर्थन का आश्वासन दिया था.
महाराष्ट्र में जब शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के बीच सरकार बनाने के लिए बातचीत चल रही थी तभी अचानक 23 नवंबर को सुबह जल्दबाजी में फडणवीस ने मुख्यमंत्री के तौर पर और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेकर सबको हैरान कर दिया था. हालांकि यह सरकार 80 घंटे में ही गिर गई थी.
फडणवीस ने कहा, ''उन्होंने मेरी कुछ विधायकों से बात कराई जिन्होंने मुझसे कहा कि वे बीजेपी के साथ जाना चाहते हैं. अजित पवार ने मुझसे यह भी कहा कि उन्होंने इस बारे में (एनसीपी प्रमुख) शरद पवार से भी चर्चा की है.'' पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ''अजित पवार ने हमसे संपर्क किया और कहा कि एनसीपी, कांग्रेस के साथ नहीं जाना चाहती है. तीन दलों (शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी) का गठबंधन (सरकार) नहीं चल सकता. हम (एनसीपी) स्थिर सरकार के लिए बीजेपी के साथ जाना चाहते हैं.''
बीजेपी नेता ने माना कि यह कदम उल्टा पड़ा और कहा कि आने वाले दिनों में इस बारे में और बातें सामने आएंगी. उन्होंने यह भी कहा कि सिंचाई घोटाले में अजित पवार को मिली क्लीन चिट से उनका कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने कहा कि ''भ्रष्टाचार निरोधक शाखा का हलफनामा 27 नवंबर का है और मैंने 26 नवंबर को इस्तीफा दे दिया था.''
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