नई दिल्ली: महराष्ट्र में 80 घंटे के मुख्यमंत्री को लेकर बीजेपी नेता अनंत हेगड़े के दावे को पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने खारिज कर दिया है. उन्हने कहा है कि ऐसा कोई फैसला नहीं लिया गया, मैं ऐसी किसी भी जानकारी को सिरे से नकारता हूं. बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत हेगड़े ने दावा किया था कि बीजेपी ने योजना के तहत बिना बहुमत के सरकार बनायी थी. हेगड़े ने कहा कि शपथ लेने के 15 घंटे की भीतर ही फडणवीस ने केंद्र को 40 हजार करोड़ रुपये वापस कर दिए.


अनंत हेगड़े के दावे को नकारते हुए फडणवीस ने कहा, 'जो भी कुछ रकम बताई जा रही है कि केंद्र सरकार को वापस की गई, मैं इसे सिरे से नकारता हूं. ऐसी कोई भी घटना नहीं घटी है. बुलेट ट्रेन का काम केंद्र सरकार की एक कंपनी के तहत हो रहा है. महाराष्ट्र सरकार का काम सिर्फ जमीन अधिग्रहण का है. इसलिए महाराष्ट्र सरकार को पैसे देने का कोई सवाल ही नहीं उठता. ना तो महाराष्ट्र ने केंद्र सरकार से कोई पैसा मांगा ना ही केंद्र सरकार ने दिया.''


उन्होंने कहा, 'इसलिए यह बिल्कुल गलत खबर है, बुलेट ट्रेन ही नहीं बल्कि महाराष्ट्र सरकार ने किसी भी मियाद के लिए आया पैसा वापस नहीं किया है. मैं जिस वक्त मुख्यमंत्री था या कार्यवाहक मुख्यमंत्री था उस वक्त मैंने कोई बड़ा नीतिगत फैसला नहीं लिया. इसलिए मुझे लगता है कि यह गलत बयानबाजी है. केंद्र और महाराष्ट्र सरकार का अकाउंटिंग सिस्टम पता है, वे जानते हैं कि ऐसे पासा लिया या दिया नहीं जाता है.''


उन्होंने कहा, ''सरकार और इसका वित्त विभाग पूरे मामले की जांच करवाए और जनता के सामने सच लाकर रखे. कोई अगर ऐसी बयानबाजी करता है तो वो भी गलत है और उस पर प्रतिक्रिया देना भी गलत है.''


संजय राउत का बीजेपी पर हमला, कहा- ये महाराष्ट्र के साथ गद्दारी है
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि अगर ऐसा हुआ है तो ये महाराष्ट्र की जनता के साथ गद्दारी है. संजय राउत ने ट्वीट किया, ''अनंत कुमार हेगड़े ने कहा देवेंद्र फडणवीस 40 हजार करोड़ वापस भेजने के लिए 80 घंटे के मुख्यमंत्री बने थे. यह महाराष्ट्र के साथ गद्दारी है.''


अनंत हेगड़े ने क्या कहा था?
बीजेपी के बड़े नेता अनंत हेगड़े ने खुलासा किया है कि केंद्र के 40 हजार करोड़ बचाने के लिए फडणवीस को 80 घंटे के सीएम बनना पड़ा. हेगड़े का दावा है कि इस पैसे पर शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की बुरी नजर थी- 80 घंटे में इस पैसे का उचित इंतजाम कर दिया गया.


अनंत कुमार हेगड़े ने कहा, ''महाराष्ट्र में 80 घंटे सीएम रहने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने इस्तीफा दिया. यह ड्रामा क्यों हुआ ? क्या हमें पता नहीं था कि हमारे पास बहुमत नहीं है, इसके बावजूद मुख्यमंत्री बने. यह सवाल हर कोई पूछ रहा है. सीएम की पहुंच 40 हजार करोड़ तक थी. अगर कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना सत्ता में आ जाते तो वो चालीस हजार करोड़ का दुरुपयोग करते.''


उन्होंने कहा, ''यह पूरा केंद्र सरकार का पैसा था जो विकास के लिए खर्च होना था. इसकी योजना पहले ही तैयार हो गई थी. इसीलिए यह नाटक किया गया. फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. तत्काल 15 घंटे में उन्होंने 40 हजार करोड़ वहीं पहुंचाए जहां से आए थे. फडणवीस ने सारा पैसा बचा लिया. पूरा पैसा केंद्र सरकार को वापस कर दिया गया.''