Devendra Fadnavis: देशमुख पर पवार के दावे झूठे, चार्टर्ड प्लेन से नागपुर से मुंबई आए थे गृह मंत्री- फडणवीस
देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार की और से कल राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख को लेकर जो दावे किए गए थे, वह सभी झूठे हैं. शरद पवार ने कहा कि 16 फरवरी से लेकर 27 फरवरी तक देशमुख घर में क्वारंटीन थे, लेकिन सच यह है कि वह इस बीच चार्टर्ड प्लेन से नागपुर से मुंबई आए थे. इसके सबूत मिले हैं.
Devendra Fadnavis LIVE: मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के पास विस्फोटक मिलने के मामले में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने आज प्रेस कांग्रेस की है. देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार की और से कल राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख को लेकर जो दावे किए गए थे, वह सभी झूठे हैं. शरद पवार ने कहा कि 16 फरवरी से लेकर 27 फरवरी तक देशमुख घर में क्वारंटीन थे, लेकिन सच यह है कि वह इस बीच चार्टर्ड प्लेन से नागपुर से मुंबई आए थे. इसके सबूत मिले हैं.
परमबीर सिंह की चिट्ठी में देशमुख के खिलाफ सबूत- फडणवीस
देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया, ''पुलिस के पास 15 और 24 फरवरी के देशमुख के मुवमेंट के दस्तावेज भी हैं. 15 से 27 फरवरी के बीच गृह मंत्री जो होम क्वारंटीन थे, वो आइसोलेशन में नहीं थे. कई लोग उनसे मिले हैं. मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह की चिट्ठी में देशमुख के खिलाफ सबूत हैं.''
फडणवीस ने कहा, ''अब अनिल देशमुख को बचाने की पोल खुल गई है. शरद पवार जैसे राष्ट्रीय नेता को इस मामले की सही जानकारी नहीं दी गई और उनके मुंह से गलत बातें निकलवाईं गईं.'' उन्होंने कहा कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद मैं आज दिल्ली जाकर गृह सचिव को इस मामले की रिपोर्ट सौपूंगा और उनसे इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग करूंगा.
कल शरद पवार ने क्या कहा था?
कल शरद पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके देशमुख का बचाव करते हुए कहा था, ‘’पूर्व कमिश्नर के पत्र में उन्होंने जिक्र किया है कि फरवरी महीने में उन्हें कुछ अधिकारियों से गृह मंत्री के फलां निर्देशों की जानकारी मिली थी, 6 से 16 फरवरी तक देशमुख कोरोना की वजह से अस्पताल में भर्ती थे.’’
पवार ने बताया, ‘’एटीएस मेन केस में सही दिशा में जा रही है, जांच की दिशा भटकाने की कोशिश की जा रही है और अब सच सामने आ रहा है. जिस मंत्री के बारे में आरोप था, उनकी उस समय की स्थिति साफ हो गई है और ऐसी परिस्थिति में उनके इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता.’’
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