देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र विधानसभा सत्र में उठाया मुंबई साइबर पुलिस पुछताछ का मुद्दा, जानिये क्या कहा
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को बीते शनिवार को बीकेसी साइबर पुलिस स्टेशन में उपस्थित होने के लिए समन भेजा गया था.
पूर्व मुख्यमंत्री और देवेंद्र फडणवीस ने आज महाराष्ट्र विधानसभा सत्र में ट्रांसफर पोस्टिंग मामले में मुंबई साइबर पुलिस द्वारा की गई पुछताछ का मुद्दा उठाया. वहीं सुधीर मुंगंटीवार ने सदन में कहा, दुनिया में पहली बार ऐसा हो रहा है कि पुलिस भ्रष्टाचार करने वाले पर कार्रवाही के बजाय नेता विपक्ष से पुछताछ कर रही है.
उन्होंने कहा कि फडणवीस के घर जाकर पुलिस पुछताछ कर रही है. फडणवीस ने जनहित में भ्रष्टाचार का मुद्दा इस सदन में उठाया था. अगर किसी पुलिसवाले ने ट्रांसफर पोस्टींग के लिए पैसे लिए होंगे तो उसकी जांच होनी चाहिए. जो पुलिस अधिकारी पुछताछ के लिए गए तो उनके खिलाफ हक्क भंग प्रस्ताव लाया जाए विधानसभा के दरवाजे पर खड़ा रखा जाए. उन्हे सजा दी जाए.
कल के नोटिस को लेकर कुछ मुद्दे उठाए
इस पर जवाब देते हुए गृहमंत्री दिलिप वलसे पाटिल ने कहा कि सुधीर मुनगंटीवार ने कल के नोटिस को लेकर कुछ मुद्दे उठाए. मैं इस हॉल में 37 साल से हूं. मुझे विधान सभा के अध्यक्ष के रूप में कार्य करने का अवसर मिला. यदि सदस्य कुछ प्रश्न प्रस्तुत करते हैं, तो इसकी जांच नहीं की जाती है. लेकिन फोन टैपिंग की घटना हुई. सदस्यों ने इसकी शिकायत की. लेकिन समिति पहले ही नियुक्त हो चुकी थी.
पूर्व सीएम फडणवीस को समन गया था भेजा
दरअसल महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को बीते शनिवार को बीकेसी साइबर पुलिस स्टेशन में उपस्थित होने के लिए समन भेजा गया था. ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत दायर किए गए मामले में मुंबई साइबर पुलिस ने महाराष्ट्र के पूर्व सीएम फडणवीस को समन भेजा. कल यानी रविवार को फडणवीस को बीकेसी पुलिस स्टेशन की पहली मंजिल पर स्थिति साइबर पुलिस स्टेशन में उपस्थिति रहने को कहा गया था.
क्या है मामला?
कथित रूप से फोन टैप करने और गोपनीय दस्तावेजों को लीक करने के मामले में पिछले साल बीकेसी साइबर पुलिस थाने में सरकारी गोपनीयता अधिनियम के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी. इस मामले में शिकायत राज्य खुफिया विभाग ने दर्ज कराई थी.
महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वाल्से पाटिल ने पिछले महीने आरोप लगाया था कि आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला जब राज्य की खुफिया प्रमुख थीं तब कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले, मंत्री बच्चू कडू, पूर्व विधायक आशीष देशमुख, पूर्व सांसद संजय काकड़े सहित कई नेताओं के फोन टैप किए गए थे.
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