मुंबई: महाराष्ट्र में सरकार के गठन को लेकर गतिरोध जारी है. शिवसेना और बीजेपी के बीच सरकार बनाने को लेकर अभी तक कोई औपचारिक बैठक नहीं हुई है. इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया कि ये गतिरोध जल्द खत्म हो जाएगा. उन्होंने कहा कि आखिर में सभी लोगों को राज्य के हित में काम करना है. फडणवीस के इस बयान से दो सवाल उठते हैं. पहला कि क्या बीजेपी, शिवसेना के सामने झुकेगी या फिर सरकार बनाने का नया रास्ता निकलेगा. सियासी गलियारे में इन दो सवालों की चर्चा है.
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देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘’महाराष्ट्र में किसानों पर फिलहाल बड़ा संकट है. इस संकट में नई सरकार जल्द से जल्द स्थापित होना जरुरी है. केयर टेकर सरकार को निर्णय लेने मे कई बंधन होते हैं फिर भी हम निर्णय कर रहे हैं. महाराष्ट्र के हित को देखते हुये जल्द से जल्द सरकार स्थापित होगी, ये मै आशा करता हूं.’’
देवेंद्र फडणवीस गतिरोध खत्म हो जाने का दावा कर रहे हैं लेकिन चुनाव नतीजों के बाद से राज्य का सियासी माहौल कुछ और ही बयां कर रहा है. शिवसेना के तेवर की काट अभी तक बीजेपी ढूंढ नहीं पाई है. उधर आज एनसीपी ने संकेत दिए कि वो शिवसेना को समर्थन दे सकती है. चुनाव नतीजों के बाद से ही शिवसेना एनसीपी प्रमुख शरद पवार की तारीफ किए जा रही है.
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दरअसल शिवसेना जिस 50-50 फॉर्मूले की मांग कर रही है ये बीजेपी के लिए सिरदर्द बनी हुई है. भले ही बीजेपी 105 सीटों के साथ राज्य की सबसे बड़ी पार्टी हो लेकिन सरकार बनाने के लिए 145 विधायकों का समर्थन होना चाहिए. कुछ निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी को समर्थन दिया है तो कुछ ने शिवसेना को समर्थन देने का एलान किया है. चुनाव नतीजों के बाद से ही शिवसेना ने अपने तेवर साफ कर दिए और बीजेपी पर दवाब बनाना शुरू कर दिया. शिवसेना की तरफ से कुछ तीखे बयान भी आए हालांकि अभी तक बीजेपी की तरफ से पलटवार नहीं किया गया है.
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