देवेंद्र फडणवीस बोले- BMC पर 2022 मे भगवा झंडा लहराएगा लेकिन बीजेपी का
पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई बीजेपी की कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए विश्वास जताया कि 2022 मे बीएमसी पर भगवा झंडा लहराएगा लेकिन वो झंडा बीजेपी का होगा.
मुंबई: 2022 मे होने वाले बीएमसी चुनाव के लिए बीजेपी ने अपनी कमर कस ली है. पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई बीजेपी की कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए विश्वास जताया कि 2022 मे बीएमसी पर भगवा झंडा लहराएगा लेकिन वो झंडा बीजेपी का होगा.
फडणवीस ने सीएम उद्धव ठाकरे और शिवसेना का नाम लिए बिना निशाना साधते हुए कहा, “राजा की जान जैसे पोपट में होती है, वैसे कुछ लोगों की जान BMC में है. हर वार्ड में एक नेता की नियुक्ति की जाएगी, युवा मोर्चा हर बूथ पर में 50 और महिला मोर्चा 100 लोगों को जोड़े. इस नीति के साथ काम करेंगे और पिछली बार की कसक इस बार पूरी करेंगे.
कोरोना काल में हालत संभालने में फ़ेल रही सरकार?
कोरोना काल में जिस तरह से ठाकरे सरकार ने स्थिति को सम्भाला है, उसपर फडणवीस ने सवाल खड़े किए है. फडणवीस ने सरकार से पूछा है कि देश में कोरोना के चलते जो मौत हुई हैं उसकी 40% मौतें महाराष्ट्र में हुई. इसका ज़िम्मेदार कौन? मुम्बई में जो 10 हजार लोगों की जान गई उसपर सरकार में बैठे लोग कब जवाब देंगे? सरकार में बैठे लोग कोरोना पर फ़िलहाल अपनी पीठ थप थपाने में मग्न हैं, लेकिन हकीकत ये है कि सरकार ने कोरोना काल में काम कम और टेंडर पर ज़्यादा फ़ोकस किया. बीजेपी जल्द इसका भंडा फोड़ करेगी.
विकास विरोधी सरकार है महाविकस अघाड़ी सरकार
पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे का नाम लिए बिना जमकर हमला बोला. पर्यावरण मंत्री ने कहा कि महापालिका में सत्ता में बैठी पार्टी ने कितने अन अधिकृत काम किए? कितनी नादिया बुझाई? मेट्रो के कामों का विरोध किया? बुलेट ट्रेन का विरोध कर सरकार ने महाराष्ट्र का 50 हजार करोड़ का नुक़सान किया? दरअसल, अगर इसका विरोध नहीं होता तो सीमेंट लोहा जैसे चीजें लोकल व्यापारियों से ली जातीं, जिसका फ़ायदा राज्य को होता?
इतना ही नहीं फडणवीस ने सरकार पर ये भी आरोप लगाया है कि मुंबई का अगर एक और airport होता तो मुंबई का GDP 1 % से बढ़ता. लेकिन ऐसा हो नहीं सका? 2017 मे बीजेपी शिवसेना से महज 2 सीट पीछे रह गई थी. बीजेपी ने 82 और शिवसेना ने 84 सीटों पत जीत हासिल कर सत्ता बनाई. बीजेपी को उम्मीद है कि इस बार शिवसेना की सत्ता की तमाम नाकामियों को उजागर करके वह मुंबई महानगरपालिका पर अपना झंडा लहराएगी.