Shivaji Remark: शिवाजी पर बयान देकर घिरे गवर्नर कोश्यारी को मिला देवेंद्र फडणवीस की पत्नी का साथ, जानें क्या कहा?
Bhagat Singh Koshyari Row: मराठा आइकॉन छत्रपति शिवाजी पर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की टिप्पणी ने एकनाथ शिंदे के शिवसेना गुट और उनकी सहयोगी बीजेपी के राजनीतिक गठबंधन में भी नाराजगी पैदा कर दी है.
Amruta Fadnavis Backs Bhagat Singh Koshyari: महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी छत्रपति शिवाजी पर की गई टिप्पणी के बाद विपक्ष के निशाने पर हैं. हालांकि उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस ने उनका बचाव किया है. वो उनके समर्थन में उतर आई हैं. हो सकता है कि अमृता के समर्थन के बाद शिंदे सरकार की मुश्किलें बढ़ जाएं.
अमृता फडणवीस ने पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा है कि मैं राज्यपाल को व्यक्तिगत रूप से जानती हूं. उन्होंने महाराष्ट्र आने के बाद मराठी सीखी है. वो वास्तव में मराठी से प्यार करते हैं. इस बात का अनुभव मैंने खुद किया है लेकिन कई बार ऐसा हुआ है कि उन्होंने कहा कुछ और उसका मतलब कुछ और निकल गया. ऐसा भी हुआ है कि वो कहना कुछ और चाहते थे और उसका व्याख्या अलग निकल गई. वो दिल से एक मराठी मानुष हैं.
कोश्यारी के बयान के बाद घिरी शिंदे सरकार
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बयान के बाद महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की सरकार घिर गई है. अमृता फडणवीस ने जो कोश्यारी का बचाव किया है, उसने राज्य सरकार को एक अजीब स्थिति में डाल दिया है. विपक्ष केंद्र सरकार से कोश्यारी को वापस बुलाने की मांग कर रहा है. उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने यहां तक कह दिया कि इस पार्सल को अमेजन से महाराष्ट्र में भेजा गया है. इसके साथ शिवसेना ने कोश्यारी को नहीं हटाए जाने पर विरोध प्रदर्शन करने की धमकी भी दी है.
उद्धव ठाकरे ने कहा है कि राज्यपाल को महाराष्ट्र में केंद्र सरकार ने अमेजन से पार्सल करके भेजा है. अगर वो इन्हें दो से पांच दिनों के अंदर महाराष्ट्र से वापस नहीं भेजते हैं तो राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन या बंद का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हम केंद्र सरकार से निवेदन करते हैं कि आपने जो पार्सल यहां पर भेजा है उसे वापस लिया जाए. अगर जरूरत पड़े तो वृद्धाश्रम में डाल दो, हमें उनकी राज्य में जरूरत नहीं है.
क्या कहा था भगत सिंह कोश्यारी ने?
भगत सिंह कोश्यारी ने पिछले शनिवार को कहा था कि पहले जब आपसे पूछा जाता था कि आपके आइकॉन कौन हैं, तो जवाहर लाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस और महात्मा गांधी होते थे. अब महाराष्ट्र में आपको कहीं और देखने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यहां पर बहुत सारे आइकॉन हैं. छत्रपति शिवाजी तो पुराने दिनों के आइकॉन हैं. अब बीआर अंबेडकर और नितिन गडकरी हैं. तो वहीं नितिन गडकरी ने बाद में कहा था कि शिवाजी महाराज हमारे भगवान हैं... हम अपने माता-पिता से भी ज्यादा उनका सम्मान करते हैं.