कुंभ से लौटने वालों का कोरोना टेस्ट कराएगी गुजरात सरकार, सीएम रुपाणी बोले- सीधे गांव में एंट्री नहीं मिलेगी
कुंभ में देश भर के लाखों लोग हिस्सा ले रहे हैं और काफी संख्या में वहां साधु-संत एकत्रित हुए हैं, जिसकी देश में बढ़ते कोविड-19 मामलों को देखते हुए समाज के विभिन्न तबके ने आलोचना की है.
नई दिल्ली: उत्तराखंड के हरिद्वार में चल रहे कुंभ मेला से गुजरात लौटने वाले सभी लोगों का कोरोना वायरस का आरटी पीसीआर टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है. गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कहा कि कुंभ से लौटने वाले श्रद्धालुओं को सीधे उनके गांव नहीं जाने दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सभी लोगों का कोरोना टेस्ट किया जाएगा.
सीएम विजय रुपाणी ने कहा, "गुजरात के सभी श्रद्धालु जो कुंभ मेला गए थे, उन्हें सीधे उनके गांव जाने नहीं दिया जाएगा. सभी लोगों का आरटी पीसीआर टेस्ट किया जाएगा. जो लोग भी कोरोना संक्रमित पाए जाएंगे, उन्हें 14 दिनों के लिए आइसोलेशन में रखा जाएगा. सभी जिला कलेक्टर्स को ये आदेश पहुंचा दिया गया है."
कुंभ में देश भर के लाखों लोग हिस्सा ले रहे हैं और काफी संख्या में वहां साधु-संत एकत्रित हुए हैं, जिसकी देश में बढ़ते कोविड-19 मामलों को देखते हुए समाज के विभिन्न तबके ने आलोचना की है. कुंभ में काफी संख्या में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले भी सामने आए हैं.
विजय रूपाणी ने कहा, "वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए कुंभ मेला में शामिल होने वाले लोगों को बिना जांच के उनके गृह नगर या गांवों में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. सभी जिले के जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि कुंभ से लौटने वाले लोगों की पहचान की जाए.
मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल कोरोना वायरस की समीक्षा के लिए स्थानीय सांसद, विधायकों एवं वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जामनगर आए हुए थे. रूपाणी ने कहा कि गुजरात में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के उपचार के लिए काफी कम समय में अस्पतालों में 25 हजार से 30 हजार बिस्तरों की व्यवस्था की गई.