देश भर में देरी से उड़ीं Indigo की फ्लाइट्स, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान, DGCA ने लिया ये एक्शन
DGCA ने मामले का संज्ञान लेते हुए एयरलाइन कंपनी को नोटिस जारी कर देरी की वजह पूछी है. सूत्रों के अनुसार उड़ान में देरी की वजह विमान कंपनी में पर्याप्त संख्या में पायलट का उपस्थित नही रहना था.
Delay In Indigo Flights: शनिवार को देश भर में विमान कंपनी इंडिगो (Indigo) की फ्लाईट्स (Flights) में देरी की वजह से नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) सख्त हो गया है. डीजीसीए ने मामले का संज्ञान लेते हुए एयरलाइन कंपनी को नोटिस जारी कर इस देरी की वजह पूछी है. सूत्रों के अनुसार उड़ान में देरी की वजह विमान कंपनी में पर्याप्त संख्या में पायलट का उपस्थित नही रहना था.
जिस वजह से कई फ्लाइट्स अपने प्री-शेड्युल टाइम में उड़ान नहीं भर सकीं. दरअसल चालक दल की संख्या में इतनी कमी इसलिए हुई क्योंकि चालक दल के कई सदस्यों ने सिक लीव अप्लाई कर एयर इंडिया (Air India) में नौकरी के लिए इंटरव्यु देने चले गए थे.
मामले पर नजर रख रहे हैं चालक दल के सदस्य
जानकारी के मुताबिक चालक दल के सदस्य बीमारी के नाम पर छुट्टी लेकर एअर इंडिया (एआई) के भर्ती अभियान में हिस्सा लेने चले गए थे. इस बारे में पूछे जाने पर नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के प्रमुख अरुण कुमार ने रविवार को कहा कि हम इस मामले को देख रहे हैं.
देश की सबसे बड़ी एअर लाइन कंपनी है इंडिगो
सूत्रों ने बताया कि एअर इंडिया में नौकरी देने के अभियान का दूसरा चरण शनिवार को आयोजित किया गया था. यही वजह थी कि सिक लीव लेकर विमान कंपनी का एक बड़ा स्टाफ वहां इंटरव्यु देने चले गए थे. आपको बता दें कि इंडिगा देश की सबसे बड़ी एअरलाइन कंपनी है. जो हर दिन लगभग 1,600 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन करती हैं.
क्या अन्य कंपनियों की फ्लाईट्स में भी हुई देरी?
डीजीसीए (DGCA) की वेबसाइट के मुताबिक इंडिगो (Indigo) की 45.2 प्रतिशत घरेलू उड़ानें शनिवार को संचालित हुईं थीं. इसकी तुलना में शनिवार को एअर इंडिया (Air India), स्पाइसजेट (Spice Jet), विस्तारा (Vistara), गो फर्स्ट (Go first) और एअर एशिया इंडिया (Air Asia India) की क्रमश: 77.1 फीसदी, 80.4 फीसदी, 86.3 फीसदी, 88 फीसदी और 92.3 फीसदी उड़ानों का परिचालन समय पर हुआ था. पिछले साल आठ अक्टूबर को एअरलाइन के लिए सफलतापूर्वक बोली जीतने के बाद टाटा समूह ने 27 जनवरी को एअर इंडिया का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया था.